Surah Rahman Ayat 77 Tafseer in Hindi
﴿فَبِأَيِّ آلَاءِ رَبِّكُمَا تُكَذِّبَانِ﴾
[ الرحمن: 77]
फिर तुम अपने परवरदिगार की किन किन नेअमतों से इन्कार करोगे
Surah Ar-Rahman Hindi
Surah Rahman Verse 77 translate in arabic
Surah Rahman Ayat 77 meaning in Hindi
अतः तुम दोनों अपने रब की अनुकम्पाओं में से किस-किस को झुठलाओगे?
Quran Urdu translation
تو تم اپنے پروردگار کی کون کون سی نعمت کو جھٹلاؤ گے؟
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(55:77) Which of the favours of your Lord will you twain ' you men and jinn ' then deny?
So which of the favors of your Lord would you deny? meaning
phonetic Transliteration
Fabiayyi alai rabbikuma tukaththibani
English - Sahih International
So which of the favors of your Lord would you deny?
Quran Bangla tarjuma
অতএব, তোমরা উভয়ে তোমাদের পালনকর্তার কোন কোন অবদানকে অস্বীকার করবে?
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تفسير | Bengali | Urdu |
Ayats from Quran in Hindi
- (मुसलमानों) अहले किताब में से अक्सर लोग अपने दिली हसद की वजह से ये ख्वाहिश
- और (ऐ रसूल वह वक्त याद करो) जब तुम्हारे परवरदिगार ने फरिश्तों से कहा कि
- और इसमें शक़ नहीं कि ये काफ़िरों की हसरत का बाएस है
- देखो ये लोग अपने परवरदिगार के रूबरू हाज़िर होने से शक़ में (पड़े) हैं सुन
- ताकि (मुसलमानों) तुम लोग ख़ुदा और उसके रसूल पर ईमान लाओ और उसकी मदद करो
- अगर तुम मेरे क़त्ल के इरादे से मेरी तरफ़ अपना हाथ बढ़ाओगे (तो ख़ैर बढ़ाओ)
- (ऐ रसूल) ईमान लाने वालों का दुशमन सबसे बढ़के यहूदियों और मुशरिकों को पाओगे और
- तो हमने सुलेमान को (इसका सही फ़ैसला समझा दिया) और (यूँ तो) सबको हम ही
- और शीशे भी (काँच के नहीं) चाँदी के जो ठीक अन्दाज़े के मुताबिक बनाए गए
- और जितने लोग सारे आसमान व ज़मीन में हैं (सब) उसी से माँगते हैं वह
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