Surah TaHa Ayat 31 Tafseer in Hindi
﴿اشْدُدْ بِهِ أَزْرِي﴾
[ طه: 31]
उसके ज़रिए से मेरी पुश्त मज़बूत कर दे
Surah Ta-Ha Hindi
Surah TaHa Verse 31 translate in arabic
Surah TaHa Ayat 31 meaning in Hindi
उसके द्वारा मेरी कमर मज़बूत कर
Quran Urdu translation
اس سے میری قوت کو مضبوط فرما
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(20:31) and strengthen my hands through him,
Increase through him my strength meaning
Ayats from Quran in Hindi
- और उनको झिड़कियाँ भी दी गयीं, तो उन्होंने अपने परवरदिगार से दुआ की कि (बारे
- ऐ ईमानदारों (तुम किसी क़ौम का) कोई मर्द ( दूसरी क़ौम के मर्दों की हँसी
- जो मेरी और याकूब की नस्ल की मीरास का मालिक हो ऐ मेरे परवरदिगार और
- (बल्कि) वह माबूद खुद उनकी इबादत से इन्कार करेंगे और (उल्टे) उनके दुशमन हो जाएँगे
- (अगर ऐसा करूँ) तो उस वक्त मैं यक़ीनी सरीही गुमराही में हूँ
- और उनके (बनाए हुए ख़ुदा के) शरीकों में से कोई उनका सिफारिशी न होगा और
- और ये कि वही मालदार बनाता है और सरमाया अता करता है,
- हम उन्हें चन्द रोज़ों तक चैन करने देगें फिर उन्हें मजबूर करके सख्त अज़ाब की
- और सुबह की जब रौशन हो जाए
- सिदरतुल मुनतहा के नज़दीक
Quran surahs in Hindi :
Download surah TaHa with the voice of the most famous Quran reciters :
surah TaHa mp3 : choose the reciter to listen and download the chapter TaHa Complete with high quality
Ahmed Al Ajmy
Bandar Balila
Khalid Al Jalil
Saad Al Ghamdi
Saud Al Shuraim
Abdul Basit
Abdul Rashid Sufi
Abdullah Basfar
Abdullah Al Juhani
Fares Abbad
Maher Al Muaiqly
Al Minshawi
Al Hosary
Mishari Al-afasi
Yasser Al Dosari
Please remember us in your sincere prayers