Surah Nisa Ayat 112 Tafseer in Hindi
﴿وَمَن يَكْسِبْ خَطِيئَةً أَوْ إِثْمًا ثُمَّ يَرْمِ بِهِ بَرِيئًا فَقَدِ احْتَمَلَ بُهْتَانًا وَإِثْمًا مُّبِينًا﴾
[ النساء: 112]
और जो शख्स कोई ख़ता या गुनाह करे फिर उसे किसी बेक़सूर के सर थोपे तो उसने एक बड़े (इफ़तेरा) और सरीही गुनाह को अपने ऊपर लाद लिया
Surah An-Nisa Hindi74. अर्थात स्वयं पाप करके दूसरे पर आरोप लगाना दोहरा पाप है।
Surah Nisa Verse 112 translate in arabic
ومن يكسب خطيئة أو إثما ثم يرم به بريئا فقد احتمل بهتانا وإثما مبينا
سورة: النساء - آية: ( 112 ) - جزء: ( 5 ) - صفحة: ( 96 )Surah Nisa Ayat 112 meaning in Hindi
और जो व्यक्ति कोई ग़लती या गुनाह की कमाई करे, फिर उसे किसी निर्दोष पर थोप दे, तो उसने एक बड़े लांछन और खुले गुनाह का बोझ अपने ऊपर ले लिया
Quran Urdu translation
اور جو شخص کوئی قصور یا گناہ تو خود کرے لیکن اس سے کسی بےگناہ کو مہتم کردے تو اس نے بہتان اور صریح گناہ کا بوجھ اپنے سر پر رکھا
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(4:112) But he who commits either a fault or a sin, and then casts it upon an innocent person, lays upon himself the burden of a false charge and a flagrant sin.
But whoever earns an offense or a sin and then blames it meaning
phonetic Transliteration
Waman yaksib khateeatan aw ithman thumma yarmi bihi bareean faqadi ihtamala buhtanan waithman mubeenan
English - Sahih International
But whoever earns an offense or a sin and then blames it on an innocent [person] has taken upon himself a slander and manifest sin.
Quran Bangla tarjuma
যে ব্যক্তি ভূল কিংবা গোনাহ করে, অতঃপর কোন নিরপরাধের উপর অপবাদ আরোপ করে সে নিজের মাথায় বহন করে জঘন্য মিথ্যা ও প্রকাশ্য গোনাহ।
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