Surah Nahl Ayat 124 Tafseer in Hindi
﴿إِنَّمَا جُعِلَ السَّبْتُ عَلَى الَّذِينَ اخْتَلَفُوا فِيهِ ۚ وَإِنَّ رَبَّكَ لَيَحْكُمُ بَيْنَهُمْ يَوْمَ الْقِيَامَةِ فِيمَا كَانُوا فِيهِ يَخْتَلِفُونَ﴾
[ النحل: 124]
(ऐ रसूल) हफ्ते (के दिन) की ताज़ीम तो बस उन्हीं लोगों पर लाज़िम की गई थी (यहूद व नसारा इसके बारे में) एख्तिलाफ करते थे और कुछ शक़ नहीं कि तुम्हारा परवरदिगार उनके दरमियान जिस अग्र में वह झगड़ा करते थे क़यामत के दिन फैसला कर देगा
Surah An-Nahl Hindi58. अर्थात सब्त का सम्मान जैसे इस्लाम में नहीं है, इसी प्रकार इबराहीम अलैहिस्स्लाम के धर्म में भी नहीं है। यह तो केवल उनके लिए निर्धारित किया गया, जिन्होंने विभेद करके जुमुआ के दिन की जगह सब्त का दिन निर्धारित कर लिया। तो अल्लाह ने उनके लिए उसी का सम्मान अनिवार्य कर दिया कि इसमें शिकार न करो। (देखिए : सूरतुल-आराफ़, आयत : 163)
Surah Nahl Verse 124 translate in arabic
إنما جعل السبت على الذين اختلفوا فيه وإن ربك ليحكم بينهم يوم القيامة فيما كانوا فيه يختلفون
سورة: النحل - آية: ( 124 ) - جزء: ( 14 ) - صفحة: ( 281 )Surah Nahl Ayat 124 meaning in Hindi
'सब्त' तो केवल उन लोगों पर लागू हुआ था जिन्होंने उसके विषय में विभेद किया था। निश्चय ही तुम्हारा रब उनके बीच क़ियामत के दिन उसका फ़ैसला कर देगा, जिसमें वे विभेद करते रहे है
Quran Urdu translation
ہفتے کا دن تو ان ہی لوگوں کے لئے مقرر کیا گیا تھا۔ جنہوں نے اس میں اختلاف کیا۔ اور تمہارا پروردگار قیامت کے دن ان میں ان باتوں کا فیصلہ کردے گا جن میں وہ اختلاف کرتے تھے
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(16:124) As regards the Sabbath, We imposed this on those who differed about its observance. *121 Surely your Lord will decide between them on the Day of Resurrection about all those things in which they have been differing.
The sabbath was only appointed for those who differed over it. And meaning
*121) This is the answer to their second objection. Obviously, there was no need to state that the restrictions about the Sabbath applied only to the Jews and had nothing to do with the law of Prophet Abraham, because they themselves knew it. The restrictions were imposed upon the Jews because of their mischiefs and violations of the law. In order to understand fully the significance of this reference one is requested to read those passages of the Bible in which Commandments about the Sabbath have been stated, e.g., Exodus 20: 8-11, 23: 12-13,31: 1-17, 35: 23, and Numbers 15: 32-36. Besides this, one should also be acquainted with the impudent violations of the Sabbath. See Jeremiah: 17: 21-27 and Ezekiel. 10: 18-24.
phonetic Transliteration
Innama juAAila alssabtu AAala allatheena ikhtalafoo feehi wainna rabbaka layahkumu baynahum yawma alqiyamati feema kanoo feehi yakhtalifoona
English - Sahih International
The sabbath was only appointed for those who differed over it. And indeed, your Lord will judge between them on the Day of Resurrection concerning that over which they used to differ.
Quran Bangla tarjuma
শনিবার দিন পালন যে, নির্ধারণ করা হয়েছিল, তা তাদের জন্যেই যারা এতে মতবিরোধ করেছিল। আপনার পালনকর্তা কিয়ামতের দিন তাদের মধ্যে ফয়সালা করবেন যে বিষয়ে তারা মতবিরোধ করত।
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