Surah Al Imran Ayat 174 Tafseer in Hindi
﴿فَانقَلَبُوا بِنِعْمَةٍ مِّنَ اللَّهِ وَفَضْلٍ لَّمْ يَمْسَسْهُمْ سُوءٌ وَاتَّبَعُوا رِضْوَانَ اللَّهِ ۗ وَاللَّهُ ذُو فَضْلٍ عَظِيمٍ﴾
[ آل عمران: 174]
और वह क्या अच्छा कारसाज़ है फिर (या तो हिम्मत करके गए मगर जब लड़ाई न हुई तो) ये लोग ख़ुदा की नेअमत और फ़ज़ल के साथ (अपने घर) वापस आए और उन्हें कोई बुराई छू भी नहीं गयी और ख़ुदा की ख़ुशनूदी के पाबन्द रहे और ख़ुदा बड़ा फ़ज़ल करने वाला है
Surah Al Imran Hindi97. अर्थात ह़मराउल असद से मदीन वापस हुए।
Surah Al Imran Verse 174 translate in arabic
فانقلبوا بنعمة من الله وفضل لم يمسسهم سوء واتبعوا رضوان الله والله ذو فضل عظيم
سورة: آل عمران - آية: ( 174 ) - جزء: ( 4 ) - صفحة: ( 73 )Surah Al Imran Ayat 174 meaning in Hindi
तो वे अल्लाह को ओर से प्राप्त होनेवाली नेमत और उदार कृपा के साथ लौटे। उन्हें कोई तकलीफ़ छू भी नहीं सकी और वे अल्लाह की इच्छा पर चले भी, और अल्लाह बड़ी ही उदार कृपावाला है
Quran Urdu translation
پھر وہ خدا کی نعمتوں اور اس کے فضل کے ساتھ (خوش وخرم) واپس آئے ان کو کسی طرح کا ضرر نہ پہنچا۔ اور وہ خدا کی خوشنودی کے تابع رہے۔ اور خدا بڑے فضل کا مالک ہے
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(3:174) So they returned with a mighty favour and a great bounty from Allah having suffered no harm. They followed the good pleasure of Allah, and Allah is the Lord of great bounty.
So they returned with favor from Allah and bounty, no harm having meaning
phonetic Transliteration
Fainqalaboo biniAAmatin mina Allahi wafadlin lam yamsashum sooon waittabaAAoo ridwana Allahi waAllahu thoo fadlin AAatheemin
English - Sahih International
So they returned with favor from Allah and bounty, no harm having touched them. And they pursued the pleasure of Allah, and Allah is the possessor of great bounty.
Quran Bangla tarjuma
অতঃপর ফিরে এল মুসলমানরা আল্লাহর অনুগ্রহ নিয়ে, তদের কিছুই অনিষ্ট হলো না। তারপর তারা আল্লাহর ইচ্ছার অনুগত হল। বস্তুতঃ আল্লাহর অনুগ্রহ অতি বিরাট।
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