Surah Fussilat Ayat 31 Tafseer in Hindi
﴿نَحْنُ أَوْلِيَاؤُكُمْ فِي الْحَيَاةِ الدُّنْيَا وَفِي الْآخِرَةِ ۖ وَلَكُمْ فِيهَا مَا تَشْتَهِي أَنفُسُكُمْ وَلَكُمْ فِيهَا مَا تَدَّعُونَ﴾
[ فصلت: 31]
हम दुनिया की ज़िन्दगी में तुम्हारे दोस्त थे और आखेरत में भी तुम्हारे (रफ़ीक़) हैं और जिस चीज़ का भी तुम्हार जी चाहे बेहिश्त में तुम्हारे वास्ते मौजूद है और जो चीज़ तलब करोगे वहाँ तुम्हारे लिए (हाज़िर) होगी
Surah Fussilat Hindi
Surah Fussilat Verse 31 translate in arabic
نحن أولياؤكم في الحياة الدنيا وفي الآخرة ولكم فيها ما تشتهي أنفسكم ولكم فيها ما تدعون
سورة: فصلت - آية: ( 31 ) - جزء: ( 24 ) - صفحة: ( 480 )Surah Fussilat Ayat 31 meaning in Hindi
हम सांसारिक जीवन में भी तुम्हारे सहचर मित्र है और आख़िरत में भी। और वहाँ तुम्हारे लिए वह सब कुछ है, जिसकी इच्छा तुम्हारे जी को होगी। और वहाँ तुम्हारे लिए वह सब कुछ होगा, जिसका तुम माँग करोगे
Quran Urdu translation
ہم دنیا کی زندگی میں بھی تمہارے دوست تھے اور آخرت میں بھی (تمہارے رفیق ہیں) ۔ اور وہاں جس (نعمت) کو تمہارا جی چاہے گا تم کو (ملے گی) اور جو چیز طلب کرو گے تمہارے لئے (موجود ہوگی)
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(41:31) We are your companions in this world and in the Hereafter. There you shall have all that you desire and all what you will ask for.
We [angels] were your allies in worldly life and [are so] in meaning
phonetic Transliteration
Nahnu awliyaokum fee alhayati alddunya wafee alakhirati walakum feeha ma tashtahee anfusukum walakum feeha ma taddaAAoona
English - Sahih International
We [angels] were your allies in worldly life and [are so] in the Hereafter. And you will have therein whatever your souls desire, and you will have therein whatever you request [or wish]
Quran Bangla tarjuma
ইহকালে ও পরকালে আমরা তোমাদের বন্ধু। সেখানে তোমাদের জন্য আছে যা তোমাদের মন চায় এবং সেখানে তোমাদের জন্যে আছে তোমরা দাবী কর।
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