Surah Naziat Ayat 44 Tafseer in Hindi
﴿إِلَىٰ رَبِّكَ مُنتَهَاهَا﴾
[ النازعات: 44]
तो तुम उसके ज़िक्र से किस फ़िक्र में हो
Surah An-Naziat Hindi
Surah Naziat Verse 44 translate in arabic
Surah Naziat Ayat 44 meaning in Hindi
उसकी अन्तिम पहुँच तो तेरे से ही सम्बन्ध रखती है
Quran Urdu translation
اس کا منتہا (یعنی واقع ہونے کا وقت) تمہارے پروردگار ہی کو (معلوم ہے)
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(79:44) Its knowledge rests with your Lord.
To your Lord is its finality. meaning
Ayats from Quran in Hindi
- ख़ुदा तो बस उन लोगों के साथ दोस्ती करने से मना करता है जिन्होने तुमसे
- कि तुम बोलते तक नहीं
- फ़रमाया (अच्छा मंजूर) तुझे ज़रूर मोहलत दी गयी कहने लगा चूँकि तूने मेरी राह मारी
- और हम ज़ालिम नहीं है
- (ऐ रसूल) तुम कह दो कि ऐ मेरी क़ौम तुम अपनी जगह (जो चाहो) अमल
- और मूसा ने अपनी क़ौम से हमारा वायदा पूरा करने को (कोहतूर पर ले जाने
- तब मूसा ने उन की (बकरियों) के लिए (पानी खीच कर) पिला दिया फिर वहाँ
- (उन लोगों से) कह दो कि जिस (अज़ाब) की तुम जल्दी करते हो अगर वह
- और (ऐ रसूल) तुम हर उम्मत को देखोगे कि (फैसले की मुन्तज़िर अदब से) घूटनों
- (बाज़ को माना बाज को नहीं) तो ऐ रसूल तुम्हारे ही परवरदिगार की (अपनी) क़सम
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