Surah Nisa Ayat 62 Tafseer in Hindi
﴿فَكَيْفَ إِذَا أَصَابَتْهُم مُّصِيبَةٌ بِمَا قَدَّمَتْ أَيْدِيهِمْ ثُمَّ جَاءُوكَ يَحْلِفُونَ بِاللَّهِ إِنْ أَرَدْنَا إِلَّا إِحْسَانًا وَتَوْفِيقًا﴾
[ النساء: 62]
कि जब उनपर उनके करतूत की वजह से कोई मुसीबत पड़ती है तो क्योंकर तुम्हारे पास ख़ुदा की क़समें खाते हैं कि हमारा मतलब नेकी और मेल मिलाप के सिवा कुछ न था ये वह लोग हैं कि कुछ ख़ुदा ही उनके दिल की हालत ख़ूब जानता है
Surah An-Nisa Hindi45. आयत का भावार्थ यह है कि मुनाफ़िक़ ईमान का दावा तो करते थे, परंतु अपने विवाद चुकाने के लिए इस्लाम के विरोधियों के पास जाते, फिर जब कभी उन की दो रंगी पकड़ी जाती तो नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के पास आ कर मिथ्या शपथ लेते। और यह कहते कि हम केवल विवाद सुलझाने के लिए उनके पास चले गए थे। (इब्ने कसीर)
Surah Nisa Verse 62 translate in arabic
فكيف إذا أصابتهم مصيبة بما قدمت أيديهم ثم جاءوك يحلفون بالله إن أردنا إلا إحسانا وتوفيقا
سورة: النساء - آية: ( 62 ) - جزء: ( 5 ) - صفحة: ( 88 )Surah Nisa Ayat 62 meaning in Hindi
फिर कैसी बात होगी कि जब उनकी अपनी करतूतों के कारण उनपर बड़ी मुसीबत आ पडेगी। फिर वे तुम्हारे पास अल्लाह की क़समें खाते हुए आते है कि हम तो केवल भलाई और बनाव चाहते थे?
Quran Urdu translation
تو کیسی (ندامت کی) بات ہے کہ جب ان کے اعمال (کی شامت سے) ان پر کوئی مصیبت واقع ہوتی ہے تو تمہارے پاس بھاگے آتے ہیں اور قسمیں کھاتے ہیں کہ والله ہمارا مقصود تو بھلائی اور موافقت تھا
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(4:62) But what happens when some misfortune visits them because of their own misdeeds? Then, they come to you swearing by Allah, *93 saying: 'We wanted nothing but to do good and to bring about conciliation (between the two parties)'.
So how [will it be] when disaster strikes them because of what meaning
*93). This may mean that when Muslims become aware of their hypocritical activities and they feel afraid of being caught, censured, and eventually punished, the hypocrites resort to every stratagem, including oaths, in order to assure people that they are true believers.
phonetic Transliteration
Fakayfa itha asabathum museebatun bima qaddamat aydeehim thumma jaooka yahlifoona biAllahi in aradna illa ihsanan watawfeeqan
English - Sahih International
So how [will it be] when disaster strikes them because of what their hands have put forth and then they come to you swearing by Allah, "We intended nothing but good conduct and accommodation."
Quran Bangla tarjuma
এমতাবস্থায় যদি তাদের কৃতকর্মের দরুন বিপদ আরোপিত হয়, তবে তাতে কি হল! অতঃপর তারা আপনার কাছে আল্লাহর নামে কসম খেয়ে খেয়ে ফিরে আসবে যে, মঙ্গল ও সম্প্রীতি ছাড়া আমাদের অন্য কোন উদ্দেশ্য ছিল না।
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Ayats from Quran in Hindi
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