Surah Al Imran Ayat 104 Tafseer in Hindi
﴿وَلْتَكُن مِّنكُمْ أُمَّةٌ يَدْعُونَ إِلَى الْخَيْرِ وَيَأْمُرُونَ بِالْمَعْرُوفِ وَيَنْهَوْنَ عَنِ الْمُنكَرِ ۚ وَأُولَٰئِكَ هُمُ الْمُفْلِحُونَ﴾
[ آل عمران: 104]
और तुमसे एक गिरोह ऐसे (लोगों का भी) तो होना चाहिये जो (लोगों को) नेकी की तरफ़ बुलाए अच्छे काम का हुक्म दे और बुरे कामों से रोके और ऐसे ही लोग (आख़ेरत में) अपनी दिली मुरादें पायेंगे
Surah Al Imran Hindi56. अर्थात धर्मानुसार बातों का। 57.अर्थात धर्म विरोधी बातों से।
Surah Al Imran Verse 104 translate in arabic
ولتكن منكم أمة يدعون إلى الخير ويأمرون بالمعروف وينهون عن المنكر وأولئك هم المفلحون
سورة: آل عمران - آية: ( 104 ) - جزء: ( 4 ) - صفحة: ( 63 )Surah Al Imran Ayat 104 meaning in Hindi
और तुम्हें एक ऐसे समुदाय का रूप धारण कर लेना चाहिए जो नेकी की ओर बुलाए और भलाई का आदेश दे और बुराई से रोके। यही सफलता प्राप्त करनेवाले लोग है
Quran Urdu translation
اور تم میں ایک جماعت ایسی ہونی چاہیئے جو لوگوں کو نیکی کی طرف بلائے اور اچھے کام کرنے کا حکم دے اور برے کاموں سے منع کرے یہی لوگ ہیں جو نجات پانے والے ہیں
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(3:104) And from among you there must be a party who invite people to all that is good and enjoin the doing of all that is right and forbid the doing of all that is wrong. It is they who will attain true success.
And let there be [arising] from you a nation inviting to [all meaning
phonetic Transliteration
Waltakun minkum ommatun yadAAoona ila alkhayri wayamuroona bialmaAAroofi wayanhawna AAani almunkari waolaika humu almuflihoona
English - Sahih International
And let there be [arising] from you a nation inviting to [all that is] good, enjoining what is right and forbidding what is wrong, and those will be the successful.
Quran Bangla tarjuma
আর তোমাদের মধ্যে এমন একটা দল থাকা উচিত যারা আহবান জানাবে সৎকর্মের প্রতি, নির্দেশ দেবে ভাল কাজের এবং বারণ করবে অন্যায় কাজ থেকে, আর তারাই হলো সফলকাম।
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Ayats from Quran in Hindi
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