Surah Al Imran Ayat 177 Tafseer in Hindi
﴿إِنَّ الَّذِينَ اشْتَرَوُا الْكُفْرَ بِالْإِيمَانِ لَن يَضُرُّوا اللَّهَ شَيْئًا وَلَهُمْ عَذَابٌ أَلِيمٌ﴾
[ آل عمران: 177]
बेशक जिन लोगों ने ईमान के एवज़ कुफ़्र ख़रीद किया वह हरगिज़ खुदा का कुछ भी नहीं बिगाड़ेंगे (बल्कि आप अपना) और उनके लिए दर्दनाक अज़ाब है
Surah Al Imran Hindi
Surah Al Imran Verse 177 translate in arabic
إن الذين اشتروا الكفر بالإيمان لن يضروا الله شيئا ولهم عذاب أليم
سورة: آل عمران - آية: ( 177 ) - جزء: ( 4 ) - صفحة: ( 73 )Surah Al Imran Ayat 177 meaning in Hindi
जो लोग ईमान की क़ीमत पर इनकार और अधर्म के ग्राहक हुए, वे अल्लाह का कुछ भी नहीं बिगाड़ सकते, उनके लिए तो दुखद यातना है
Quran Urdu translation
جن لوگوں نے ایمان کے بدلے کفر خریدا وہ خدا کا کچھ نہیں بگاڑ سکتے اور ان کو دکھ دینے والا عذاب ہوگا
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(3:177) Indeed those who have purchased unbelief in exchange for faith shall not hurt Allah in the least. Theirs shall be a painful chastisement.
Indeed, those who purchase disbelief [in exchange] for faith - never will meaning
phonetic Transliteration
Inna allatheena ishtarawoo alkufra bialeemani lan yadurroo Allaha shayan walahum AAathabun aleemun
English - Sahih International
Indeed, those who purchase disbelief [in exchange] for faith - never will they harm Allah at all, and for them is a painful punishment.
Quran Bangla tarjuma
যারা ঈমানের পরিবর্তে কুফর ক্রয় করে নিয়েছে, তারা আল্লাহ তা’আলার কিছুই ক্ষতিসাধন করতে পারবে না। আর তাদের জন্য রয়েছে বেদনাদায়ক শাস্তি।
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