Surah Yasin Ayat 23 Tafseer in Hindi
﴿أَأَتَّخِذُ مِن دُونِهِ آلِهَةً إِن يُرِدْنِ الرَّحْمَٰنُ بِضُرٍّ لَّا تُغْنِ عَنِّي شَفَاعَتُهُمْ شَيْئًا وَلَا يُنقِذُونِ﴾
[ يس: 23]
क्या मैं उसे छोड़कर दूसरों को माबूद बना लूँ अगर खुदा मुझे कोई तकलीफ पहुँचाना चाहे तो न उनकी सिफारिश ही मेरे कुछ काम आएगी और न ये लोग मुझे (इस मुसीबत से) छुड़ा ही सकेंगें
Surah Ya-Sin Hindi
Surah Yasin Verse 23 translate in arabic
أأتخذ من دونه آلهة إن يردن الرحمن بضر لا تغن عني شفاعتهم شيئا ولا ينقذون
سورة: يس - آية: ( 23 ) - جزء: ( 23 ) - صفحة: ( 441 )Surah Yasin Ayat 23 meaning in Hindi
"क्या मैं उससे इतर दूसरे उपास्य बना लूँ? यदि रहमान मुझे कोई तकलीफ़ पहुँचाना चाहे तो उनकी सिफ़ारिश मेरे कुछ काम नहीं आ सकती और न वे मुझे छुडा ही सकते है
Quran Urdu translation
کیا میں ان کو چھوڑ کر اوروں کو معبود بناؤں؟ اگر خدا میرے حق میں نقصان کرنا چاہے تو ان کی سفارش مجھے کچھ بھی فائدہ نہ دے سکے اور نہ وہ مجھ کو چھڑا ہی سکیں
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(36:23) What! Shall I take any deities apart from Him whose intercession will not avail me the least were the Merciful One to bring any adversity upon me, nor will they be able to rescue me? *19
Should I take other than Him [false] deities [while], if the Most meaning
*19) That is, "They are neither such favourites of God that even if I commit grave crimes He will forgive me on their recommendation, nor are they so powerful that they should be able to rescue me if God may please to punish me."
phonetic Transliteration
Aattakhithu min doonihi alihatan in yuridni alrrahmanu bidurrin la tughni AAannee shafaAAatuhum shayan wala yunqithooni
English - Sahih International
Should I take other than Him [false] deities [while], if the Most Merciful intends for me some adversity, their intercession will not avail me at all, nor can they save me?
Quran Bangla tarjuma
আমি কি তাঁর পরিবর্তে অন্যান্যদেরকে উপাস্যরূপে গ্রহণ করব? করুণাময় যদি আমাকে কষ্টে নিপতিত করতে চান, তবে তাদের সুপারিশ আমার কোনই কাজে আসবে না এবং তারা আমাকে রক্ষাও করতে পারবে না।
English | Türkçe | Indonesia |
Русский | Français | فارسی |
تفسير | Bengali | Urdu |
Ayats from Quran in Hindi
- और जिस बस्ती को हमने तबाह कर डाला मुमकिन नहीं कि वह लोग क़यामत के
- और हमने आसमान और ज़मीन को और जो कुछ इन दोनों के दरमियान है बेकार
- ये (क़ुरान) लोगों के लिए एक क़िस्म की इत्तेला (जानकारी) है ताकि लोग उसके ज़रिये
- तो बस मुझी से डरते रहो फिर लोगों ने अपने काम (में एख़तिलाफ करके उस)
- और इसमें शक नहीं कि तेरा परवरदिगार यक़ीनन (हर चीज़ पर) ग़ालिब (और) मेहरबान है
- (और ऐ मुशरेकीन ये किताब हमने इसलिए नाज़िल की कि तुम कहीं) यह कह बैठो
- उम्मीद है कि हमारा परवरदिगार हमें इससे बेहतर बाग़ इनायत फ़रमाए हम अपने परवरदिगार की
- (ऐ रसूल) तुम्हारा तो इसमें कुछ बस नहीं चाहे ख़ुदा उनकी तौबा कुबूल करे या
- ख़ुदा ने फरमाया ऐ मूसा मैने तुमको तमाम लोगों पर अपनी पैग़म्बरी और हम कलामी
- तो क्या हमें या हमारे अगले बाप दादाओं को फिर उठना है
Quran surahs in Hindi :
Download surah Yasin with the voice of the most famous Quran reciters :
surah Yasin mp3 : choose the reciter to listen and download the chapter Yasin Complete with high quality
Ahmed Al Ajmy
Bandar Balila
Khalid Al Jalil
Saad Al Ghamdi
Saud Al Shuraim
Abdul Basit
Abdul Rashid Sufi
Abdullah Basfar
Abdullah Al Juhani
Fares Abbad
Maher Al Muaiqly
Al Minshawi
Al Hosary
Mishari Al-afasi
Yasser Al Dosari
Please remember us in your sincere prayers