Surah Baqarah Ayat 271 Tafseer in Hindi
﴿إِن تُبْدُوا الصَّدَقَاتِ فَنِعِمَّا هِيَ ۖ وَإِن تُخْفُوهَا وَتُؤْتُوهَا الْفُقَرَاءَ فَهُوَ خَيْرٌ لَّكُمْ ۚ وَيُكَفِّرُ عَنكُم مِّن سَيِّئَاتِكُمْ ۗ وَاللَّهُ بِمَا تَعْمَلُونَ خَبِيرٌ﴾
[ البقرة: 271]
अगर ख़ैरात को ज़ाहिर में दो तो यह (ज़ाहिर करके देना) भी अच्छा है और अगर उसको छिपाओ और हाजतमन्दों को दो तो ये छिपा कर देना तुम्हारे हक़ में ज्यादा बेहतर है और ऐसे देने को ख़ुदा तुम्हारे गुनाहों का कफ्फ़ारा कर देगा और जो कुछ तुम करते हो ख़ुदा उससे ख़बरदार है
Surah Al-Baqarah Hindi178. आयत का भावार्थ यह है कि दिखावे के दान से रोकने का यह अर्थ नहीं है कि छुपा कर ही दान दिया जाए, बल्कि उसका अर्थ केवल यह है कि निःस्वार्थ दान जैसे भी दिया जाए, उसका प्रतिफल मिलेगा।
Surah Baqarah Verse 271 translate in arabic
إن تبدوا الصدقات فنعما هي وإن تخفوها وتؤتوها الفقراء فهو خير لكم ويكفر عنكم من سيئاتكم والله بما تعملون خبير
سورة: البقرة - آية: ( 271 ) - جزء: ( 3 ) - صفحة: ( 46 )Surah Baqarah Ayat 271 meaning in Hindi
यदि तुम खुले रूप मे सदक़े दो तो यह भी अच्छा है और यदि उनको छिपाकर मुहताजों को दो तो यह तुम्हारे लिए अधिक अच्छा है। और यह तुम्हारे कितने ही गुनाहों को मिटा देगा। और अल्लाह को उसकी पूरी ख़बर है, जो कुछ तुम करते हो
Quran Urdu translation
اگر تم خیرات ظاہر دو تو وہ بھی خوب ہے اور اگر پوشیدہ دو اور دو بھی اہل حاجت کو تو وہ خوب تر ہے اور (اس طرح کا دینا) تمہارے گناہوں کو بھی دور کردے گا۔ اور خدا کو تمہارے سب کاموں کی خبر ہے
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(2:271) If you practise charity publicly, it is good; but if you give charity secretly to the needy, it is much better for you, *311 for this will expiate many of your sins. *312 Anyhow, Allah is well aware of whatever you do.
If you disclose your charitable expenditures, they are good; but if you meaning
*311). If charity is of an obligatory nature it is preferable to dispense it openly. Non-obligatory charity should preferably be dispensed secretly. This principle applies to all acts. As a rule, it is more meritorious to perform obligatory acts openly and non-obligatory acts of goodness, secretly .
*312). The performance of good deeds in secret leads to the continual improvement of one's life and character. One's good qualities develop fully and one's bad qualities gradually wither away. This makes a man so acceptable to God that He pardons the sins that he might have committed.
phonetic Transliteration
In tubdoo alssadaqati faniAAimma hiya wain tukhfooha watutooha alfuqaraa fahuwa khayrun lakum wayukaffiru AAankum min sayyiatikum waAllahu bima taAAmaloona khabeerun
English - Sahih International
If you disclose your charitable expenditures, they are good; but if you conceal them and give them to the poor, it is better for you, and He will remove from you some of your misdeeds [thereby]. And Allah, with what you do, is [fully] Acquainted.
Quran Bangla tarjuma
যদি তোমরা প্রকাশ্যে দান-খয়রাত কর, তবে তা কতইনা উত্তম। আর যদি খয়রাত গোপনে কর এবং অভাবগ্রস্তদের দিয়ে দাও, তবে তা তোমাদের জন্যে আরও উত্তম। আল্লাহ তা’আলা তোমাদের কিছু গোনাহ দূর করে দিবেন। আল্লাহ তোমাদের কাজ কর্মের খুব খবর রাখেন।
English | Türkçe | Indonesia |
Русский | Français | فارسی |
تفسير | Bengali | Urdu |
Ayats from Quran in Hindi
- (ऐ रसूल) उन लोगों से कह दो कि अगर तुम ख़ुदा को दोस्त रखते हो
- और अपने हाथ को समेंट कर अपने बग़ल में तो कर लो (फिर देखो कि)
- वह लोग बोले (और तो कुछ नहीं जानते मगर) अपने बडे बूढ़ों को इनही की
- और जब उन से कहा जाता है कि जो हुक्म ख़ुदा की तरफ से नाज़िल
- और न तुम अंधें को उनकी गुमराही से राह पर ला सकते हो तुम तो
- क्या तुमने उन लोगों को नहीं देखा जिनको सरगोशियाँ करने से मना किया गया ग़रज़
- जो कुछ आसमानों में है और जो कुछ ज़मीन में है और जो कुछ दोनों
- और उन लोगों ने (ये भी) कहा कि ये कैसा रसूल है जो खाना खाता
- क्या जो लोग अहले ज़मीन के बाद ज़मीन के वारिस (व मालिक) होते हैं उन्हें
- (वह क्या बनाएँगे) खुदा उनको बनाता है और उनको ढील देता है कि वह अपनी
Quran surahs in Hindi :
Download surah Baqarah with the voice of the most famous Quran reciters :
surah Baqarah mp3 : choose the reciter to listen and download the chapter Baqarah Complete with high quality
Ahmed Al Ajmy
Bandar Balila
Khalid Al Jalil
Saad Al Ghamdi
Saud Al Shuraim
Abdul Basit
Abdul Rashid Sufi
Abdullah Basfar
Abdullah Al Juhani
Fares Abbad
Maher Al Muaiqly
Al Minshawi
Al Hosary
Mishari Al-afasi
Yasser Al Dosari
Please remember us in your sincere prayers