Surah Anbiya Ayat 30 Tafseer in Hindi
﴿أَوَلَمْ يَرَ الَّذِينَ كَفَرُوا أَنَّ السَّمَاوَاتِ وَالْأَرْضَ كَانَتَا رَتْقًا فَفَتَقْنَاهُمَا ۖ وَجَعَلْنَا مِنَ الْمَاءِ كُلَّ شَيْءٍ حَيٍّ ۖ أَفَلَا يُؤْمِنُونَ﴾
[ الأنبياء: 30]
जो लोग काफिर हो बैठे क्या उन लोगों ने इस बात पर ग़ौर नहीं किया कि आसमान और ज़मीन दोनों बस्ता (बन्द) थे तो हमने दोनों को शिगाफ़ता किया (खोल दिया) और हम ही ने जानदार चीज़ को पानी से पैदा किया इस पर भी ये लोग ईमान न लाएँगे
Surah Al-Anbiya Hindi14. अर्थात अपनी उत्पत्ति के आरंभ में।
Surah Anbiya Verse 30 translate in arabic
أولم ير الذين كفروا أن السموات والأرض كانتا رتقا ففتقناهما وجعلنا من الماء كل شيء حي أفلا يؤمنون
سورة: الأنبياء - آية: ( 30 ) - جزء: ( 17 ) - صفحة: ( 324 )Surah Anbiya Ayat 30 meaning in Hindi
क्या उन लोगों ने जिन्होंने इनकार किया, देखा नहीं कि ये आकाश और धरती बन्द थे। फिर हमने उन्हें खोल दिया। और हमने पानी से हर जीवित चीज़ बनाई, तो क्या वे मानते नहीं?
Quran Urdu translation
کیا کافروں نے نہیں دیکھا کہ آسمان اور زمین دونوں ملے ہوئے تھے تو ہم نے جدا جدا کردیا۔ اور تمام جاندار چیزیں ہم نے پانی سے بنائیں۔ پھر یہ لوگ ایمان کیوں نہیں لاتے؟
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(21:30) Have not the people, who have disbelieved (the Message), ever considered this: the heavens and the earth were at first one mass; then We parted them, *28 and created every living thing from water? *29 Do they not acknowledge (that this is Our Creation) ?
Have those who disbelieved not considered that the heavens and the earth meaning
*28) From the wording of the Text, it appears that at first the whole universe was a single mass of matter; then it was split into different parts and the earth and the other heavenly bodies were formed. For fuller details, please see Ha Mim (XLI):E.N.'s 13-15
*29) From the wording of the Text, it appears that Allah made water the cause and origin of life. See also An-Nur (XXIV): 45.
phonetic Transliteration
Awalam yara allatheena kafaroo anna alssamawati waalarda kanata ratqan fafataqnahuma wajaAAalna mina almai kulla shayin hayyin afala yuminoona
English - Sahih International
Have those who disbelieved not considered that the heavens and the earth were a joined entity, and We separated them and made from water every living thing? Then will they not believe?
Quran Bangla tarjuma
কাফেররা কি ভেবে দেখে না যে, আকাশমন্ডলী ও পৃথিবীর মুখ বন্ধ ছিল, অতঃপর আমি উভয়কে খুলে দিলাম এবং প্রাণবন্ত সবকিছু আমি পানি থেকে সৃষ্টি করলাম। এরপরও কি তারা বিশ্বাস স্থাপন করবে না?
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