Surah Al Imran Ayat 31 Tafseer in Hindi
﴿قُلْ إِن كُنتُمْ تُحِبُّونَ اللَّهَ فَاتَّبِعُونِي يُحْبِبْكُمُ اللَّهُ وَيَغْفِرْ لَكُمْ ذُنُوبَكُمْ ۗ وَاللَّهُ غَفُورٌ رَّحِيمٌ﴾
[ آل عمران: 31]
(ऐ रसूल) उन लोगों से कह दो कि अगर तुम ख़ुदा को दोस्त रखते हो तो मेरी पैरवी करो कि ख़ुदा (भी) तुमको दोस्त रखेगा और तुमको तुम्हारे गुनाह बख्श देगा और खुदा बड़ा बख्शने वाला मेहरबान है
Surah Al Imran Hindi15. इसमें यह संकेत है कि जो अल्लाह से प्रेम का दावा करता हो और मुह़म्मद (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) का अनुसरण न करता हो, तो वह अल्लाह से प्रेम करने वाला नहीं हो सकता।
Surah Al Imran Verse 31 translate in arabic
قل إن كنتم تحبون الله فاتبعوني يحببكم الله ويغفر لكم ذنوبكم والله غفور رحيم
سورة: آل عمران - آية: ( 31 ) - جزء: ( 3 ) - صفحة: ( 54 )Surah Al Imran Ayat 31 meaning in Hindi
कह दो, "यदि तुम अल्लाह से प्रेम करते हो तो मेरा अनुसरण करो, अल्लाह भी तुमसे प्रेम करेगा और तुम्हारे गुनाहों को क्षमा कर देगा। अल्लाह बड़ा क्षमाशील, दयावान है।"
Quran Urdu translation
(اے پیغمبر لوگوں سے) کہہ دو کہ اگر تم خدا کو دوست رکھتے ہو تو میری پیروی کرو خدا بھی تمہیں دوست رکھے گا اور تمہارے گناہ معاف کر دے گا اور خدا بخشنے والا مہربان ہے
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(3:31) (O Messenger!) Tell people: 'If you indeed love Allah, follow me, and Allah will love you and will forgive you your sins. Allah is All-Forgiving, All-Compassionate.'
Say, [O Muhammad], "If you should love Allah, then follow me, [so] meaning
phonetic Transliteration
Qul in kuntum tuhibboona Allaha faittabiAAoonee yuhbibkumu Allahu wayaghfir lakum thunoobakum waAllahu ghafoorun raheemun
English - Sahih International
Say, [O Muhammad], "If you should love Allah, then follow me, [so] Allah will love you and forgive you your sins. And Allah is Forgiving and Merciful."
Quran Bangla tarjuma
বলুন, যদি তোমরা আল্লাহকে ভালবাস, তাহলে আমাকে অনুসরণ কর, যাতে আল্লাহ ও তোমাদিগকে ভালবাসেন এবং তোমাদিগকে তোমাদের পাপ মার্জনা করে দেন। আর আল্লাহ হলেন ক্ষমাকারী দয়ালু।
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Ayats from Quran in Hindi
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