Surah Araf Ayat 177 Tafseer in Hindi
﴿سَاءَ مَثَلًا الْقَوْمُ الَّذِينَ كَذَّبُوا بِآيَاتِنَا وَأَنفُسَهُمْ كَانُوا يَظْلِمُونَ﴾
[ الأعراف: 177]
जिन लोगों ने हमारी आयतों को झुठलाया है उनकी भी क्या बुरी मसल है और अपनी ही जानों पर सितम ढाते रहे
Surah Al-Araf Hindi66. भाष्यकारों ने नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के युग और प्राचीन युग के कई ऐसे व्यक्तियों का नाम लिया है, जिनका यह उदाहरण हो सकता है। परंतु आयत का भावार्थ बस इतना है कि प्रत्येक व्यक्ति जिसमें ये अवगुण पाए जाते हों, उसकी दशा यही होती है, जिसकी जीभ से माया-मोह के कारण राल टपकती रहती है, और उसकी लोभाग्नि कभी नहीं बुझती।
Surah Araf Verse 177 translate in arabic
ساء مثلا القوم الذين كذبوا بآياتنا وأنفسهم كانوا يظلمون
سورة: الأعراف - آية: ( 177 ) - جزء: ( 9 ) - صفحة: ( 173 )Surah Araf Ayat 177 meaning in Hindi
बुरे है मिसाल की दृष्टि से वे लोग, जिन्होंने हमारी आयतों को झुठलाया और वे स्वयं अपने ही ऊपर अत्याचार करते रहे
Quran Urdu translation
جن لوگوں نے ہماری آیتوں کی تکذیب کی ان کی مثال بری ہے اور انہوں نے نقصان (کیا تو) اپنا ہی کیا
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(7:177) Evil is the example of the people who reject Our signs as false and perpetrate wrong against their own selves.
How evil an example [is that of] the people who denied Our meaning
phonetic Transliteration
Saa mathalan alqawmu allatheena kaththaboo biayatina waanfusahum kanoo yathlimoona
English - Sahih International
How evil an example [is that of] the people who denied Our signs and used to wrong themselves.
Quran Bangla tarjuma
তাদের উদাহরণ অতি নিকৃষ্ট, যারা মিথ্যা প্রতিপন্ন করেছে আমার আয়াত সমূহকে এবং তারা নিজেদেরই ক্ষতি সাধন করেছে।
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