Surah Muminun Ayat 5 Tafseer in Hindi
﴿وَالَّذِينَ هُمْ لِفُرُوجِهِمْ حَافِظُونَ﴾
[ المؤمنون: 5]
और जो (अपनी) शर्मगाहों को (हराम से) बचाते हैं
Surah Al-Muminun Hindi
Surah Muminun Verse 5 translate in arabic
Surah Muminun Ayat 5 meaning in Hindi
और जो अपने गुप्तांगों की रक्षा करते है-
Quran Urdu translation
اور جو اپنی شرمگاہوں کی حفاظت کرتے ہیں
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(23:5) who guard their private parts scrupulously, *6
And they who guard their private parts meaning
*6) They are modest in every sense of the word. They are free from sex abuse and sex perversion. They are so modest that they even conceal those parts of their bodies which the Law forbids to expose before others. For explanation, see E.N.'s 30 and 32 of An-Nur (XXIV).
Ayats from Quran in Hindi
- फिर उनका हिसाब हमारे ज़िम्मे है
- जो तुम दुनिया में किया करते थे यही लोग वह हैं जिनकी निस्बत तुम कसमें
- और (ऐ रसूल) हमने तो तुमसे पहले जब कभी कोई रसूल और नबी भेजा तो
- और एक दूसरे की तरफ रूख़ करके (लुत्फ की) बातें करेंगे
- फिर ज़ोर पकड़ के ऑंधी हो जाती हैं
- तो मुझे शाम की मुर्ख़ी की क़सम
- जिसपर ख़ुदा ने लानत की है और जिसने (इब्तिदा ही में) कहा था कि (ख़ुदावन्दा)
- लोगों से तो अपनी शरारत छुपाते हैं और (ख़ुदा से नहीं छुपा सकते) हालॉकि वह
- तो ये लोग उन्हीं पड़े चखा करें (कुछ लोगों के बारे में) बड़ों से कहा
- तो वह लोग कहने लगे जब तक मूसा हमारे पास पलट कर न आएँ हम
Quran surahs in Hindi :
Download surah Muminun with the voice of the most famous Quran reciters :
surah Muminun mp3 : choose the reciter to listen and download the chapter Muminun Complete with high quality
Ahmed Al Ajmy
Bandar Balila
Khalid Al Jalil
Saad Al Ghamdi
Saud Al Shuraim
Abdul Basit
Abdul Rashid Sufi
Abdullah Basfar
Abdullah Al Juhani
Fares Abbad
Maher Al Muaiqly
Al Minshawi
Al Hosary
Mishari Al-afasi
Yasser Al Dosari
Please remember us in your sincere prayers