Surah Ankabut Ayat 62 Tafseer in Hindi
﴿اللَّهُ يَبْسُطُ الرِّزْقَ لِمَن يَشَاءُ مِنْ عِبَادِهِ وَيَقْدِرُ لَهُ ۚ إِنَّ اللَّهَ بِكُلِّ شَيْءٍ عَلِيمٌ﴾
[ العنكبوت: 62]
ख़ुदा ही अपने बन्दों में से जिसकी रोज़ी चाहता है कुशादा कर देता है और जिसके लिए चाहता है तंग कर देता है इसमें शक नहीं कि ख़ुदा ही हर चीज़ से वाक़िफ है
Surah Al-Ankabut Hindi
Surah Ankabut Verse 62 translate in arabic
الله يبسط الرزق لمن يشاء من عباده ويقدر له إن الله بكل شيء عليم
سورة: العنكبوت - آية: ( 62 ) - جزء: ( 21 ) - صفحة: ( 403 )Surah Ankabut Ayat 62 meaning in Hindi
अल्लाह अपने बन्दों में से जिसके लिए चाहता है आजीविका विस्तीर्ण कर देता है और जिसके लिए चाहता है नपी-तुली कर देता है। निस्संदेह अल्लाह हरेक चीज़ को भली-भाँति जानता है
Quran Urdu translation
خدا ہی اپنے بندوں میں سے جس کے لئے چاہتا ہے روزی فراخ کر دیتا ہے اور جس کے لئے چاہتا ہے تنگ کر دیتا ہے بیشک خدا ہر چیز سے واقف ہے
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(29:62) Allah enlarges the sustenance of any of His servants whom He will, and straitens the sustenance of whom He will. Surely Allah has knowledge of everything.
Allah extends provision for whom He wills of His servants and restricts meaning
phonetic Transliteration
Allahu yabsutu alrrizqa liman yashao min AAibadihi wayaqdiru lahu inna Allaha bikulli shayin AAaleemun
English - Sahih International
Allah extends provision for whom He wills of His servants and restricts for him. Indeed Allah is, of all things, Knowing.
Quran Bangla tarjuma
আল্লাহ তাঁর বান্দাদের মধ্যে যার জন্য ইচ্ছা রিযিক প্রশস্ত করে দেন এবং যার জন্য ইচ্ছা হ্রাস করেন। নিশ্চয়, আল্লাহ সর্ববিষয়ে সম্যক পরিজ্ঞাত।
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