Surah Al Imran Ayat 99 Tafseer in Hindi
﴿قُلْ يَا أَهْلَ الْكِتَابِ لِمَ تَصُدُّونَ عَن سَبِيلِ اللَّهِ مَنْ آمَنَ تَبْغُونَهَا عِوَجًا وَأَنتُمْ شُهَدَاءُ ۗ وَمَا اللَّهُ بِغَافِلٍ عَمَّا تَعْمَلُونَ﴾
[ آل عمران: 99]
(ऐ रसूल) तुम कह दो कि ऐ अहले किताब दीदए दानिस्ता खुदा की (सीधी) राह में (नाहक़ की) कज़ी ढूंढो (ढूंढ) के ईमान लाने वालों को उससे क्यों रोकते हो ओर जो कुछ तुम करते हो खुदा उससे बेख़बर नहीं है
Surah Al Imran Hindi52. अर्थात इस्लाम के सत्धर्म होने को जानते हो।
Surah Al Imran Verse 99 translate in arabic
قل ياأهل الكتاب لم تصدون عن سبيل الله من آمن تبغونها عوجا وأنتم شهداء وما الله بغافل عما تعملون
سورة: آل عمران - آية: ( 99 ) - جزء: ( 4 ) - صفحة: ( 62 )Surah Al Imran Ayat 99 meaning in Hindi
कहो, "ऐ किताबवालो! तुम ईमान लानेवालों को अल्लाह के मार्ग से क्यो रोकते हो, तुम्हें उसमें किसी टेढ़ की तलाश रहती है, जबकि तुम भली-भाँति वास्तविकता से अवगत हो और जो कुछ तुम कर रहे हो, अल्लाह उससे बेख़बर नहीं है।"
Quran Urdu translation
کہو کہ اہلِ کتاب تم مومنوں کو خدا کے رستے سے کیوں روکتے ہو اور باوجود یہ کہ تم اس سے واقف ہو اس میں کجی نکالتے ہو اور خدا تمھارے کاموں سے بےخبر نہیں
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(3:99) Say: 'People of the Book! Why do you hinder one who believes from the way of Allah, seeking that he follow a crooked way, even though you yourselves are witness to its being the right way?' Allah is not heedless of what you do.
Say, "O People of the Scripture, why do you avert from the meaning
phonetic Transliteration
Qul ya ahla alkitabi lima tasuddoona AAan sabeeli Allahi man amana tabghoonaha AAiwajan waantum shuhadao wama Allahu bighafilin AAamma taAAmaloona
English - Sahih International
Say, "O People of the Scripture, why do you avert from the way of Allah those who believe, seeking to make it [seem] deviant, while you are witnesses [to the truth]? And Allah is not unaware of what you do."
Quran Bangla tarjuma
বলুন, হে আহলে কিতাবগণ! কেন তোমরা আল্লাহর পথে ঈমানদারদিগকে বাধা দান কর-তোমরা তাদের দ্বীনের মধ্যে বক্রতা অনুপ্রবেশ করানোর পন্থা অনুসন্ধান কর, অথচ তোমরা এ পথের সত্যতা প্রত্যক্ষ করছ। বস্তুতঃ আল্লাহ তোমাদের কার্যকলাপ সম্পর্কে অনবগত নন।
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Ayats from Quran in Hindi
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- तो तुम शुमार करने वालों से पूछ लो ख़ुदा फरमाएगा बेशक तुम (ज़मीन में) बहुत
- (ऐ रसूल) क्या तुम ये ख्याल करते हो कि असहाब कहफ व रक़ीम (खोह) और
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