Surah Al Imran Ayat 157 Tafseer in Hindi
﴿وَلَئِن قُتِلْتُمْ فِي سَبِيلِ اللَّهِ أَوْ مُتُّمْ لَمَغْفِرَةٌ مِّنَ اللَّهِ وَرَحْمَةٌ خَيْرٌ مِّمَّا يَجْمَعُونَ﴾
[ آل عمران: 157]
और अगर तुम ख़ुदा की राह में मारे जाओ या (अपनी मौत से) मर जाओ तो बेशक ख़ुदा की बख्शिश और रहमत इस (माल व दौलत) से जिसको तुम जमा करते हो ज़रूर बेहतर है
Surah Al Imran Hindi
Surah Al Imran Verse 157 translate in arabic
ولئن قتلتم في سبيل الله أو متم لمغفرة من الله ورحمة خير مما يجمعون
سورة: آل عمران - آية: ( 157 ) - جزء: ( 4 ) - صفحة: ( 70 )Surah Al Imran Ayat 157 meaning in Hindi
और यदि तुम अल्लाह के मार्ग में मारे गए या मर गए, तो अल्लाह का क्षमादान और उसकी दयालुता तो उससे कहीं उत्तम है, जिसके बटोरने में वे लगे हुए है
Quran Urdu translation
اور اگر تم خدا کے رستے میں مارے جاؤ یا مرجاؤ تو جو (مال و متاع) لوگ جمع کرتے ہیں اس سے خدا کی بخشش اور رحمت کہیں بہتر ہے
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(3:157) And were you to be slain or to die in the way of Allah, then surely Allah's forgiveness and mercy are better than all the goods they amass.
And if you are killed in the cause of Allah or die meaning
phonetic Transliteration
Walain qutiltum fee sabeeli Allahi aw muttum lamaghfiratun mina Allahi warahmatun khayrun mimma yajmaAAoona
English - Sahih International
And if you are killed in the cause of Allah or die - then forgiveness from Allah and mercy are better than whatever they accumulate [in this world].
Quran Bangla tarjuma
আর তোমরা যদি আল্লাহর পথে নিহত হও কিংবা মৃত্যুবরণ কর, তোমরা যা কিছু সংগ্রহ করে থাক আল্লাহ তা’আলার ক্ষমা ও করুণা সে সবকিছুর চেয়ে উত্তম।
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