Surah Infitar Ayat 17 Tafseer in Hindi
﴿وَمَا أَدْرَاكَ مَا يَوْمُ الدِّينِ﴾
[ الانفطار: 17]
और तुम्हें क्या मालूम कि जज़ा का दिन क्या है
Surah Al-Infitar Hindi
Surah Infitar Verse 17 translate in arabic
Surah Infitar Ayat 17 meaning in Hindi
और तुम्हें क्या मालूम कि बदले का दिन क्या है?
Quran Urdu translation
اور تمہیں کیا معلوم کہ جزا کا دن کیسا ہے؟
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(82:17) What do you know what the Day of Recompense is?
And what can make you know what is the Day of Recompense? meaning
Ayats from Quran in Hindi
- हरगिज़ नहीं हमने उनको जिस (गन्दी) चीज़ से पैदा किया ये लोग जानते हैं
- उनके दिलों में मर्ज़ था ही अब खुदा ने उनके मर्ज़ को और बढ़ा दिया
- बुरी (बुरी) बातें तो उन्हीं लोगों के लिए ज्यादा मुनासिब हैं जो आख़िरत का यक़ीन
- और उनके करतूतों की बुराईयाँ उस पर ज़ाहिर हो जाएँगी और जिस (अज़ाब) की ये
- और रोज़मर्रा की मालूली चीज़ें भी आरियत नहीं देते
- और (ऐ पैग़म्बर) अगर तेरा परवरदिगार चाहता तो जितने लोग रुए ज़मीन पर हैं सबके
- जब उनके परवरदिगार की तरफ से उनके पास कोई नया हुक्म आता है तो उसे
- जो चीज़ आसमानों में है और जो चीज़ ज़मीन में है (सब) ख़ुदा ही की
- कि वह (जहन्नुम) भी एक बहुत बड़ी (आफ़त) है
- फिर फिरऔन ने ये ठान लिया कि बनी इसराईल को (सर ज़मीने) मिò से निकाल
Quran surahs in Hindi :
Download surah Infitar with the voice of the most famous Quran reciters :
surah Infitar mp3 : choose the reciter to listen and download the chapter Infitar Complete with high quality
Ahmed Al Ajmy
Bandar Balila
Khalid Al Jalil
Saad Al Ghamdi
Saud Al Shuraim
Abdul Basit
Abdul Rashid Sufi
Abdullah Basfar
Abdullah Al Juhani
Fares Abbad
Maher Al Muaiqly
Al Minshawi
Al Hosary
Mishari Al-afasi
Yasser Al Dosari
Please remember us in your sincere prayers