Surah Shuara Ayat 21 Tafseer in Hindi
﴿فَفَرَرْتُ مِنكُمْ لَمَّا خِفْتُكُمْ فَوَهَبَ لِي رَبِّي حُكْمًا وَجَعَلَنِي مِنَ الْمُرْسَلِينَ﴾
[ الشعراء: 21]
फिर जब मै आप लोगों से डरा तो भाग खड़ा हुआ फिर (कुछ अरसे के बाद) मेरे परवरदिगार ने मुझे नुबूवत अता फरमायी और मुझे भी एक पैग़म्बर बनाया
Surah Ash-Shuara Hindi
Surah Shuara Verse 21 translate in arabic
ففررت منكم لما خفتكم فوهب لي ربي حكما وجعلني من المرسلين
سورة: الشعراء - آية: ( 21 ) - جزء: ( 19 ) - صفحة: ( 368 )Surah Shuara Ayat 21 meaning in Hindi
फिर जब मुझे तुम्हारा भय हुआ तो मैं तुम्हारे यहाँ से भाग गया। फिर मेरे रब ने मुझे निर्णय-शक्ति प्रदान की और मुझे रसूलों में सम्मिलित किया
Quran Urdu translation
تو جب مجھے تم سے ڈر لگا تو تم میں سے بھاگ گیا۔ پھر خدا نے مجھ کو نبوت وعلم بخشا اور مجھے پیغمبروں میں سے کیا
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(26:21) then I fled from you out of fear; then my Lord bestowed wisdom and knowledge upon me," *17 and included me among the Messengers.
So I fled from you when I feared you. Then my Lord meaning
*17) The word. hukm means wisdom, knowledge or authority, which is granted by Allah to a Prophet so that he may speak with confidence and power.
phonetic Transliteration
Fafarartu minkum lamma khiftukum fawahaba lee rabbee hukman wajaAAalanee mina almursaleena
English - Sahih International
So I fled from you when I feared you. Then my Lord granted me wisdom and prophethood and appointed me [as one] of the messengers.
Quran Bangla tarjuma
অতঃপর আমি ভীত হয়ে তোমাদের কাছ থেকে পলায়ন করলাম। এরপর আমার পালনকর্তা আমাকে প্রজ্ঞা দান করেছেন এবং আমাকে পয়গম্বর করেছেন।
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Ayats from Quran in Hindi
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