Surah An Nur Ayat 29 Tafseer in Hindi
﴿لَّيْسَ عَلَيْكُمْ جُنَاحٌ أَن تَدْخُلُوا بُيُوتًا غَيْرَ مَسْكُونَةٍ فِيهَا مَتَاعٌ لَّكُمْ ۚ وَاللَّهُ يَعْلَمُ مَا تُبْدُونَ وَمَا تَكْتُمُونَ﴾
[ النور: 29]
इसमें अलबत्ता तुम पर इल्ज़ाम नहीं कि ग़ैर आबाद मकानात में जिसमें तुम्हारा कोई असबाब हो (बे इजाज़त) चले जाओ और जो कुछ खुल्लम खुल्ला करते हो और जो कुछ छिपाकर करते हो खुदा (सब कुछ) जानता है
Surah An-Nur Hindi
Surah An Nur Verse 29 translate in arabic
ليس عليكم جناح أن تدخلوا بيوتا غير مسكونة فيها متاع لكم والله يعلم ما تبدون وما تكتمون
سورة: النور - آية: ( 29 ) - جزء: ( 18 ) - صفحة: ( 353 )Surah An Nur Ayat 29 meaning in Hindi
इसमें तुम्हारे लिए कोई दोष नहीं है कि तुम ऐसे घरों में प्रवेश करो जिनमें कोई न रहता हो, जिनमें तुम्हारे फ़ायदे की कोई चीज़ हो। और अल्लाह जानता है जो कुछ तुम प्रकट करते हो और जो कुछ छिपाते हो
Quran Urdu translation
ہاں اگر تم کسی ایسے مکان میں جاؤ جس میں کوئی نہ بستا ہو اور اس میں تمہارا اسباب (رکھا) ہو، تم پر کچھ گناہ نہیں، اور جو کچھ تم ظاہر کرتے ہو اور جو پوشیدہ کرتے ہو خدا کو سب معلوم ہے
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(24:29) There is, however, no harm if you enter houses which are not dwelling places, but contain something useful for you ; *28 Allah knows what you disclose and what you conceal.
There is no blame upon you for entering houses not inhabited in meaning
*28) "Houses which are not dwelling place" are the hotels, inns, guest houses, shops, staging bungalows, etc. which are generally open to all people.
phonetic Transliteration
Laysa AAalaykum junahun an tadkhuloo buyootan ghayra maskoonatin feeha mataAAun lakum waAllahu yaAAlamu ma tubdoona wama taktumoona
English - Sahih International
There is no blame upon you for entering houses not inhabited in which there is convenience for you. And Allah knows what you reveal and what you conceal.
Quran Bangla tarjuma
যে গৃহে কেউ বাস করে না, যাতে তোমাদের সামগ্রী আছে এমন গৃহে প্রবেশ করাতে তোমাদের কোন পাপ নেই এবং আল্লাহ জানেন তোমরা যা প্রকাশ কর এবং যা গোপন কর।
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