Surah Al-Haqqah Ayat 35 Tafseer in Hindi
﴿فَلَيْسَ لَهُ الْيَوْمَ هَاهُنَا حَمِيمٌ﴾
[ الحاقة: 35]
और न पीप के सिवा (उसके लिए) कुछ खाना है
Surah Al-Haqqah Hindi
Surah Al-Haqqah Verse 35 translate in arabic
Surah Al-Haqqah Ayat 35 meaning in Hindi
"अतः आज उसका यहाँ कोई घनिष्ट मित्र नहीं,
Quran Urdu translation
سو آج اس کا بھی یہاں کوئی دوستدار نہیں
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(69:35) Today he has been left here friendless;
So there is not for him here this Day any devoted friend meaning
Ayats from Quran in Hindi
- और जिस वक्त (आमाल के) दफ्तर खोले जाएं
- जब पानी चढ़ने लगा तो हमने तुमको कशती पर सवार किया
- ये लोग आग के लम्बे सुतूनो
- चारपायों के फायदे के लिए (बनाया)
- मूसा ने अर्ज़ की परवरदिगार (मैं जाता तो हूँ)
- और अगर तुम ने अपनी बीवियों को हाथ तक न लगाया हो और न महर
- और चल दिए और जब (उन पर) कोई ख़ौफ (का मौक़ा) आ पड़ा तो देखते
- (ये सुन कर) इबराहीम ने कहा कि इस बस्ती में तो लूत भी है वह
- बेशक परहेज़गार लोग अमन की जगह
- और जो कुछ वह लोग करते हैं तुम्हारा परवरदिगार उससे बेख़बर नहीं और तुम्हारा परवरदिगार
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