Surah Furqan Ayat 37 Tafseer in Hindi
﴿وَقَوْمَ نُوحٍ لَّمَّا كَذَّبُوا الرُّسُلَ أَغْرَقْنَاهُمْ وَجَعَلْنَاهُمْ لِلنَّاسِ آيَةً ۖ وَأَعْتَدْنَا لِلظَّالِمِينَ عَذَابًا أَلِيمًا﴾
[ الفرقان: 37]
और नूह की क़ौम को जब उन लोगों ने (हमारे) पैग़म्बरों को झुठलाया तो हमने उन्हें डुबो दिया और हमने उनको लोगों (के हैरत) की निशानी बनाया और हमने ज़ालिमों के वास्ते दर्दनाक अज़ाब तैयार कर रखा है
Surah Al-Furqan Hindi19. अर्थात परलोक में नरक की यातना।
Surah Furqan Verse 37 translate in arabic
وقوم نوح لما كذبوا الرسل أغرقناهم وجعلناهم للناس آية وأعتدنا للظالمين عذابا أليما
سورة: الفرقان - آية: ( 37 ) - جزء: ( 19 ) - صفحة: ( 363 )Surah Furqan Ayat 37 meaning in Hindi
और नूह की क़ौम को भी, जब उन्होंने रसूलों को झुठलाया तो हमने उन्हें डुबा दिया और लोगों के लिए उन्हें एक निशानी बना दिया, और उन ज़ालिमों के लिए हमने एक दुखद यातना तैयार कर रखी है
Quran Urdu translation
اور نوح کی قوم نے بھی جب پیغمبروں کو جھٹلایا تو ہم نے انہیں غرق کر ڈالا اور لوگوں کے لئے نشانی بنا دیا۔ اور ظالموں کے لئے ہم نے دکھ دینے والا عذاب تیار کر رکھا ہے
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(25:37) The same was the case with the people of Noah when they charged the Messenger with imposture: *50 We drowned them and made them a sign of warning for entire mankind, and We have prepared a painful chastisement for the unjust. *51
And the people of Noah - when they denied the messengers, We meaning
*50) They did not charge only Prophet Noah with imposture because he was a man, but, in fact, charged all the Prophets with imposture because they were aII human beings.
*51) That is, a painful chastisement in the Hereafter.
phonetic Transliteration
Waqawma noohin lamma kaththaboo alrrusula aghraqnahum wajaAAalnahum lilnnasi ayatan waaAAtadna lilththalimeena AAathaban aleeman
English - Sahih International
And the people of Noah - when they denied the messengers, We drowned them, and We made them for mankind a sign. And We have prepared for the wrongdoers a painful punishment.
Quran Bangla tarjuma
নূহের সম্প্রদায় যখন রসূলগণের প্রতি মিথ্যারোপ করল, তখন আমি তাদেরকে নিমজ্জত করলাম এবং তাদেরকে মানবমন্ডলীর জন্যে নিদর্শন করে দিলাম। জালেমদের জন্যে আমি যন্ত্রণাদায়ক শাস্তি প্রস্তুত করে রেখেছি।
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