Surah Anbiya Ayat 39 Tafseer in Hindi
﴿لَوْ يَعْلَمُ الَّذِينَ كَفَرُوا حِينَ لَا يَكُفُّونَ عَن وُجُوهِهِمُ النَّارَ وَلَا عَن ظُهُورِهِمْ وَلَا هُمْ يُنصَرُونَ﴾
[ الأنبياء: 39]
और जो लोग काफ़िर हो बैठे काश उस वक्त क़ी हालत से आगाह होते (कि जहन्नुम की आग में खडे होंगे) और न अपने चेहरों से आग को हटा सकेंगे और न अपनी पीठ से और न उनकी मदद की जाएगी
Surah Al-Anbiya Hindi
Surah Anbiya Verse 39 translate in arabic
لو يعلم الذين كفروا حين لا يكفون عن وجوههم النار ولا عن ظهورهم ولا هم ينصرون
سورة: الأنبياء - آية: ( 39 ) - جزء: ( 17 ) - صفحة: ( 325 )Surah Anbiya Ayat 39 meaning in Hindi
अगर इनकार करनेवालें उस समय को जानते, जबकि वे न तो अपने चहरों की ओर आग को रोक सकेंगे और न अपनी पीठों की ओर से और न उन्हें कोई सहायता ही पहुँच सकेगी तो (यातना की जल्दी न मचाते)
Quran Urdu translation
اے کاش کافر اس وقت کو جانیں جب وہ اپنے مونہوں پر سے (دوزخ کی) آگ کو روک نہ سکیں گے اور نہ اپنی پیٹھوں پر سے اور نہ ان کا کوئی مددگار ہوگا
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(21:39) Would that the disbelievers knew something about the time, when they shall neither be able to protect their faces from the Fire nor their backs, nor will they get any succour from anywhere!
If those who disbelieved but knew the time when they will not meaning
phonetic Transliteration
Law yaAAlamu allatheena kafaroo heena la yakuffoona AAan wujoohihimu alnnara wala AAan thuhoorihim wala hum yunsaroona
English - Sahih International
If those who disbelieved but knew the time when they will not avert the Fire from their faces or from their backs and they will not be aided...
Quran Bangla tarjuma
যদি কাফেররা ঐ সময়টি জানত, যখন তারা তাদের সম্মুখ ও পৃষ্ঠদেশ থেকে অগ্নি প্রতিরোধ করতে পারবে না এবং তারা সাহায্য প্রাপ্ত হবে না।
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