Surah Nisa Ayat 39 Tafseer in Hindi
﴿وَمَاذَا عَلَيْهِمْ لَوْ آمَنُوا بِاللَّهِ وَالْيَوْمِ الْآخِرِ وَأَنفَقُوا مِمَّا رَزَقَهُمُ اللَّهُ ۚ وَكَانَ اللَّهُ بِهِمْ عَلِيمًا﴾
[ النساء: 39]
अगर ये लोग ख़ुदा और रोज़े आख़िरत पर ईमान लाते और जो कुछ ख़ुदा ने उन्हें दिया है उसमें से राहे ख़ुदा में ख़र्च करते तो उन पर क्या आफ़त आ जाती और ख़ुदा तो उनसे ख़ूब वाक़िफ़ है
Surah An-Nisa Hindi
Surah Nisa Verse 39 translate in arabic
وماذا عليهم لو آمنوا بالله واليوم الآخر وأنفقوا مما رزقهم الله وكان الله بهم عليما
سورة: النساء - آية: ( 39 ) - جزء: ( 5 ) - صفحة: ( 85 )Surah Nisa Ayat 39 meaning in Hindi
उनका बिगड़ जाता, यदि वे अल्लाह और अन्तिम दिन पर ईमान लाते और जो कुछ अल्लाह ने उन्हें दिया है, उसमें से ख़र्च करते है? अल्लाह उन्हें भली-भाँति जानता है
Quran Urdu translation
اور اگر یہ لوگ خدا پر اور روز قیامت پر ایمان لاتے اور جو کچھ خدا نے ان کو دیا تھا اس میں سے خرچ کرتے تو ان کا کیا نقصان ہوتا اور خدا ان کو خوب جانتا ہے
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(4:39) What harm would have befallen them if they had believed in Allah and the Last Day, and spent on charity what Allah had bestowed upon them as sustenance? For Allah indeed has full knowledge of them.
And what [harm would come] upon them if they believed in Allah meaning
phonetic Transliteration
Wamatha AAalayhim law amanoo biAllahi waalyawmi alakhiri waanfaqoo mimma razaqahumu Allahu wakana Allahu bihim AAaleeman
English - Sahih International
And what [harm would come] upon them if they believed in Allah and the Last Day and spent out of what Allah provided for them? And Allah is ever, about them, Knowing.
Quran Bangla tarjuma
আর কিই বা ক্ষতি হত তাদের যদি তারা ঈমান আনত আল্লাহর উপর কেয়ামত দিবসের উপর এবং যদি ব্যয় করত আল্লাহ প্রদত্ত রিযিক থেকে! অথচ আল্লাহ, তাদের ব্যাপারে যথার্থভাবেই অবগত।
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Ayats from Quran in Hindi
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