Surah Waqiah Ayat 50 Tafseer in Hindi
﴿لَمَجْمُوعُونَ إِلَىٰ مِيقَاتِ يَوْمٍ مَّعْلُومٍ﴾
[ الواقعة: 50]
सब के सब रोजे मुअय्यन की मियाद पर ज़रूर इकट्ठे किए जाएँगे
Surah Al-Waqiah Hindi
Surah Waqiah Verse 50 translate in arabic
Surah Waqiah Ayat 50 meaning in Hindi
एक नियत समय पर इकट्ठे कर दिए जाएँगे, जिसका दिन ज्ञात और नियत है
Quran Urdu translation
(سب) ایک روز مقرر کے وقت پر جمع کئے جائیں گے
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(56:50) shall all be brought together on an appointed Day.
Are to be gathered together for the appointment of a known Day." meaning
phonetic Transliteration
LamajmooAAoona ila meeqati yawmin maAAloomin
English - Sahih International
Are to be gathered together for the appointment of a known Day."
Quran Bangla tarjuma
সবাই একত্রিত হবে এক নির্দিষ্ট দিনের নির্দিষ্ট সময়ে।
English | Türkçe | Indonesia |
Русский | Français | فارسی |
تفسير | Bengali | Urdu |
Ayats from Quran in Hindi
- दो के दरमियान एक हद्दे फ़ासिल (आड़) है जिससे तजाउज़ नहीं कर सकते
- और भलाई बुराई (कभी) बराबर नहीं हो सकती तो (सख्त कलामी का) ऐसे तरीके से
- हम यूं ही (क़यामत के दिन ज़मीन से) मुर्दों को निकालेंगें ताकि तुम लोग नसीहत
- ऐ ईमानदारों यहूदियों और नसरानियों को अपना सरपरस्त न बनाओ (क्योंकि) ये लोग (तुम्हारे मुख़ालिफ़
- (और ऐ मुसलमानों तुम ये) कहो कि हम तो खुदा पर ईमान लाए हैं और
- और ऐ हमारी क़ौम मुझे तो तुम्हारी निस्बत कयामत के दिन का अन्देशा है
- न तो उनके अज़ाब ही में तख्फ़ीफ़ (कमी) की जाएगी
- उनके सामने आ मौजूद हो और आसमान में भी (उसी की इबादत की जाती है
- तो ख़ुदा ने उनको दुनिया में बदला (दिया) और आख़िरत में अच्छा बदला ईनायत फ़रमाया
- वह कहने लगी ऐ है क्या अब मै बच्चा जनने बैठॅूगी मैं तो बुढ़िया हूँ
Quran surahs in Hindi :
Download surah Waqiah with the voice of the most famous Quran reciters :
surah Waqiah mp3 : choose the reciter to listen and download the chapter Waqiah Complete with high quality
Ahmed Al Ajmy
Bandar Balila
Khalid Al Jalil
Saad Al Ghamdi
Saud Al Shuraim
Abdul Basit
Abdul Rashid Sufi
Abdullah Basfar
Abdullah Al Juhani
Fares Abbad
Maher Al Muaiqly
Al Minshawi
Al Hosary
Mishari Al-afasi
Yasser Al Dosari
Please remember us in your sincere prayers