Surah Anfal Ayat 53 Tafseer in Hindi
﴿ذَٰلِكَ بِأَنَّ اللَّهَ لَمْ يَكُ مُغَيِّرًا نِّعْمَةً أَنْعَمَهَا عَلَىٰ قَوْمٍ حَتَّىٰ يُغَيِّرُوا مَا بِأَنفُسِهِمْ ۙ وَأَنَّ اللَّهَ سَمِيعٌ عَلِيمٌ﴾
[ الأنفال: 53]
ये सज़ा इस वजह से (दी गई) कि जब कोई नेअमत ख़ुदा किसी क़ौम को देता है तो जब तक कि वह लोग ख़ुद अपनी कलबी हालत (न) बदलें ख़ुदा भी उसे नहीं बदलेगा और ख़ुदा तो यक़ीनी (सब की सुनता) और सब कुछ जानता है
Surah Al-Anfal Hindi
Surah Anfal Verse 53 translate in arabic
ذلك بأن الله لم يك مغيرا نعمة أنعمها على قوم حتى يغيروا ما بأنفسهم وأن الله سميع عليم
سورة: الأنفال - آية: ( 53 ) - جزء: ( 10 ) - صفحة: ( 184 )Surah Anfal Ayat 53 meaning in Hindi
यह इसलिए हुआ कि अल्लाह उस उदार अनुग्रह (नेमत) को, जो उसने किसी क़ौम पर किया हो, बदलनेवाला नहीं हैं, जब तक कि लोग उस चीज़ को न बदल डालें, जिसका सम्बन्ध स्वयं उनसे है। और यह कि अल्लाह सब कुछ सुनता, जानता है
Quran Urdu translation
یہ اس لیے کہ جو نعمت خدا کسی قوم کو دیا کرتا ہے جب تک وہ خود اپنے دلوں کی حالت نہ بدل ڈالیں خدا اسے نہیں بدلا کرتا۔ اور اس لیے کہ خدا سنتا جانتا ہے
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(8:53) This happened because Allah is not one to change the favour which He has bestowed upon a people until they have changed their attitude. *40, Surely Allah is All-Hearing, All-Knowing.
That is because Allah would not change a favor which He had meaning
*40). Unless a nation renders itself totally unworthy of God's favour, it is not deprived of it.
phonetic Transliteration
Thalika bianna Allaha lam yaku mughayyiran niAAmatan anAAamaha AAala qawmin hatta yughayyiroo ma bianfusihim waanna Allaha sameeAAun AAaleemun
English - Sahih International
That is because Allah would not change a favor which He had bestowed upon a people until they change what is within themselves. And indeed, Allah is Hearing and Knowing.
Quran Bangla tarjuma
তার কারণ এই যে, আল্লাহ কখনও পরিবর্তন করেন না, সে সব নেয়ামত, যা তিনি কোন জাতিকে দান করেছিলেন, যতক্ষণ না সে জাতি নিজেই পরিবর্তিত করে দেয় নিজের জন্য নির্ধারিত বিষয়। বস্তুতঃ আল্লাহ শ্রবণকারী, মহাজ্ঞানী।
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