Surah Al Imran Ayat 74 Tafseer in Hindi
﴿يَخْتَصُّ بِرَحْمَتِهِ مَن يَشَاءُ ۗ وَاللَّهُ ذُو الْفَضْلِ الْعَظِيمِ﴾
[ آل عمران: 74]
जिसको चाहे अपनी रहमत के लिये ख़ास कर लेता है और ख़ुदा बड़ा फ़ज़लों करम वाला हे
Surah Al Imran Hindi
Surah Al Imran Verse 74 translate in arabic
Surah Al Imran Ayat 74 meaning in Hindi
"वह जिसे चाहता है अपनी रहमत (दयालुता) के लिए ख़ास कर लेता है। और अल्लाह बड़ी उदारता दर्शानेवाला है।"
Quran Urdu translation
وہ اپنی رحمت سے جس کو چاہتا ہے خاص کر لیتا ہے اور خدا بڑے فضل کا مالک ہے
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(3:74) He singles out for His mercy whomever He wills, Allah is possessed of abounding bounty.'
He selects for His mercy whom He wills. And Allah is the meaning
*63). That is, God knows who deserves to be honoured and exalted.
phonetic Transliteration
Yakhtassu birahmatihi man yashao waAllahu thoo alfadli alAAatheemi
English - Sahih International
He selects for His mercy whom He wills. And Allah is the possessor of great bounty.
Quran Bangla tarjuma
তিনি যাকে ইচ্ছা নিজের বিশেষ অনুগ্রহ দান করেন। আর আল্লাহ মহা অনুগ্রহশীল।
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