Surah Anbiya Ayat 25 Tafseer in Hindi
﴿وَمَا أَرْسَلْنَا مِن قَبْلِكَ مِن رَّسُولٍ إِلَّا نُوحِي إِلَيْهِ أَنَّهُ لَا إِلَٰهَ إِلَّا أَنَا فَاعْبُدُونِ﴾
[ الأنبياء: 25]
तो (जब हक़ का ज़िक्र आता है) ये लोग मुँह फेर लेते हैं और (ऐ रसूल) हमने तुमसे पहले जब कभी कोई रसूल भेजा तो उसके पास ''वही'' भेजते रहे कि बस हमारे सिवा कोई माबूद क़ाबिले परसतिश नहीं तो मेरी इबादत किया करो
Surah Al-Anbiya Hindi
Surah Anbiya Verse 25 translate in arabic
وما أرسلنا من قبلك من رسول إلا نوحي إليه أنه لا إله إلا أنا فاعبدون
سورة: الأنبياء - آية: ( 25 ) - جزء: ( 17 ) - صفحة: ( 324 )Surah Anbiya Ayat 25 meaning in Hindi
हमने तुमसे पहले जो रसूल भी भेजा, उसकी ओर यही प्रकाशना की कि " "मेरे सिवा कोई पूज्य-प्रभु नहीं। अतः तुम मेरी ही बन्दगी करो।"
Quran Urdu translation
اور جو پیغمبر ہم نےتم سے پہلے بھیجے ان کی طرف یہی وحی بھیجی کہ میرے سوا کوئی معبود نہیں تو میری ہی عبادت کرو
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(21:25) The fact is that to every Messenger whom We sent down before you, We revealed this same thing: "There is no other deity than Me: so worship Me alone."
And We sent not before you any messenger except that We revealed meaning
phonetic Transliteration
Wama arsalna min qablika min rasoolin illa noohee ilayhi annahu la ilaha illa ana faoAAbudooni
English - Sahih International
And We sent not before you any messenger except that We revealed to him that, "There is no deity except Me, so worship Me."
Quran Bangla tarjuma
আপনার পূর্বে আমি যে রাসূলই প্রেরণ করেছি, তাকে এ আদেশই প্রেরণ করেছি যে, আমি ব্যতীত অন্য কোন উপাস্য নেই। সুতরাং আমারই এবাদত কর।
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Ayats from Quran in Hindi
- और जिन लोगों ने हमारी आयतों को झुठलाया था उनके मुक़ाबले में उनकी मदद की
- जिससे तुम लोग (ख्वाहमाख्वाह) मुँह फेरते हो
- जिन (की पेशानी) के ऊपर (ख़ते तक़दीर से) लिखा जा चुका है कि जिसने उससे
- और (मुसलमानों) तुम्हारे एतराफ़ (आस पास) के गॅवार देहातियों में से बाज़ मुनाफिक़ (भी) हैं
- और जो औरतें हैज़ से मायूस हो चुकी अगर तुम को उनके इद्दे में शक़
- तो उनको और उनकी इफ़तेरा परदाज़ियों को छोड़ दो और ये (ये सरग़ोशियाँ इसलिए थीं)
- तो (उनको) मेरा अज़ाब और डराना कैसा था
- और ऐ पालने वाले अपने रसूलों की मार्फत जो कुछ हमसे वायदा किया है हमें
- थोड़ी रात या आधी रात या इससे भी कुछ कम कर दो या उससे कुछ
- ग़रज़ फरिश्ते तो सब के सब सर ब सजूद हो गए
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