Surah Fussilat Ayat 54 Tafseer in Hindi
﴿أَلَا إِنَّهُمْ فِي مِرْيَةٍ مِّن لِّقَاءِ رَبِّهِمْ ۗ أَلَا إِنَّهُ بِكُلِّ شَيْءٍ مُّحِيطٌ﴾
[ فصلت: 54]
देखो ये लोग अपने परवरदिगार के रूबरू हाज़िर होने से शक़ में (पड़े) हैं सुन रखो वह हर चीज़ पर हावी है
Surah Fussilat Hindi
Surah Fussilat Verse 54 translate in arabic
ألا إنهم في مرية من لقاء ربهم ألا إنه بكل شيء محيط
سورة: فصلت - آية: ( 54 ) - جزء: ( 25 ) - صفحة: ( 482 )Surah Fussilat Ayat 54 meaning in Hindi
जान लो कि वे लोग अपने रब से मिलन के बारे में संदेह में पड़े हुए है। जान लो कि निश्चय ही वह हर चीज़ को अपने घेरे में लिए हुए है
Quran Urdu translation
دیکھو یہ اپنے پروردگار کے روبرو حاضر ہونے سے شک میں ہیں۔ سن رکھو کہ وہ ہر چیز پر احاطہ کئے ہوئے ہے
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(41:54) Lo, they are in doubt concerning their meeting with their Lord. *72 Surely He fully encompasses everything. *73
Unquestionably, they are in doubt about the meeting with their Lord. Unquestionably meaning
*72) That is, "The basic cause of their attitude and conduct is that they are not sure that they will ever have to appear before their Lord and be held accountable for their deeds and actions."
*73) That is, "They cannot escape His grasp nor can anything of their deeds be prevented from being recorded by Him. "
phonetic Transliteration
Ala innahum fee miryatin min liqai rabbihim ala innahu bikulli shayin muheetun
English - Sahih International
Unquestionably, they are in doubt about the meeting with their Lord. Unquestionably He is, of all things, encompassing.
Quran Bangla tarjuma
শুনে রাখ, তারা তাদের পালনকর্তার সাথে সাক্ষাতের ব্যাপারে সন্দেহে পতিত রয়েছে। শুনে রাখ, তিনি সবকিছুকে পরিবেষ্টন করে রয়েছেন।
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