Surah Furqan Ayat 69 Tafseer in Hindi
﴿يُضَاعَفْ لَهُ الْعَذَابُ يَوْمَ الْقِيَامَةِ وَيَخْلُدْ فِيهِ مُهَانًا﴾
[ الفرقان: 69]
कि क़यामत के दिन उसके लिए अज़ाब दूना कर दिया जाएगा और उसमें हमेशा ज़लील व ख़वार रहेगा
Surah Al-Furqan Hindi35. इब्ने अब्बास ने कहा : जब यह आयत उतरी, तो मक्का वासियों ने कहा : हमने अल्लाह का साझी बनाया है और अवैध जान भी मारी है तथा व्यभिचार भी किया है। तो अल्लाह ने यह आयत उतारी। (सह़ीह़ बुख़ारी : 4765)
Surah Furqan Verse 69 translate in arabic
يضاعف له العذاب يوم القيامة ويخلد فيه مهانا
سورة: الفرقان - آية: ( 69 ) - جزء: ( 19 ) - صفحة: ( 366 )Surah Furqan Ayat 69 meaning in Hindi
क़ियामत के दिन उसकी यातना बढ़ती चली जाएगी॥ और वह उसी में अपमानित होकर स्थायी रूप से पड़ा रहेगा
Quran Urdu translation
قیامت کے دن اس کو دونا عذاب ہوگا اور ذلت وخواری سے ہمیشہ اس میں رہے گا
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(25:69) and his torment shall be doubled on the Day of Resurrection, *85 and he shall abide in a state of ignominy,
Multiplied for him is the punishment on the Day of Resurrection, and meaning
*85) This can have two meanings: (1) His punishment will never come to an end, but it will continue being inflicted relentlessly over and over again; and (2) the person who in addition to the sins of disbelief, shirk and atheism, would have committed murders, adultery and other sins, will get separate punishment for rebellion and for each other sin. He will be accountable for each of his major and minor sins none of which will be pardoned. For instance, for each murder and for each act of adultery he will be given a separate punishment, and likewise, there will be a separate punishment for every sin committed by him.
phonetic Transliteration
YudaAAaf lahu alAAathabu yawma alqiyamati wayakhlud feehi muhanan
English - Sahih International
Multiplied for him is the punishment on the Day of Resurrection, and he will abide therein humiliated -
Quran Bangla tarjuma
কেয়ামতের দিন তাদের শাস্তি দ্বিগুন হবে এবং তথায় লাঞ্ছিত অবস্থায় চিরকাল বসবাস করবে।
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