Surah Zumar Ayat 56 Tafseer in Hindi
﴿أَن تَقُولَ نَفْسٌ يَا حَسْرَتَا عَلَىٰ مَا فَرَّطتُ فِي جَنبِ اللَّهِ وَإِن كُنتُ لَمِنَ السَّاخِرِينَ﴾
[ الزمر: 56]
(कहीं ऐसा न हो कि) (तुममें से) कोई शख्स कहने लगे कि हाए अफ़सोस मेरी इस कोताही पर जो मैने ख़ुदा (की बारगाह) का तक़र्रुब हासिल करने में की और मैं तो बस उन बातों पर हँसता ही रहा
Surah Az-Zumar Hindi
Surah Zumar Verse 56 translate in arabic
أن تقول نفس ياحسرتا على ما فرطت في جنب الله وإن كنت لمن الساخرين
سورة: الزمر - آية: ( 56 ) - جزء: ( 24 ) - صفحة: ( 464 )Surah Zumar Ayat 56 meaning in Hindi
कहीं ऐसा न हो कि कोई व्यक्ति कहने लगे, "हाय, अफ़सोस उसपर! जो कोताही अल्लाह के हक़ में मैंने की। और मैं तो परिहास करनेवालों मं ही सम्मिलित रहा।"
Quran Urdu translation
کہ (مبادا اس وقت) کوئی متنفس کہنے لگے کہ (ہائے ہائے) اس تقصیر پر افسوس ہے جو میں نے خدا کے حق میں کی اور میں تو ہنسی ہی کرتا رہا
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(39:56) Lest a person should say: 'Alas for me for neglecting my duty towards Allah and for being among those that scoffed';
Lest a soul should say, "Oh [how great is] my regret over meaning
phonetic Transliteration
An taqoola nafsun ya hasrata AAala ma farrattu fee janbi Allahi wain kuntu lamina alssakhireena
English - Sahih International
Lest a soul should say, "Oh [how great is] my regret over what I neglected in regard to Allah and that I was among the mockers."
Quran Bangla tarjuma
যাতে কেউ না বলে, হায়, হায়, আল্লাহ সকাশে আমি কর্তব্যে অবহেলা করেছি এবং আমি ঠাট্টা-বিদ্রুপকারীদের অন্তর্ভূক্ত ছিলাম।
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Ayats from Quran in Hindi
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