Surah Al Imran Ayat 57 Tafseer in Hindi
﴿وَأَمَّا الَّذِينَ آمَنُوا وَعَمِلُوا الصَّالِحَاتِ فَيُوَفِّيهِمْ أُجُورَهُمْ ۗ وَاللَّهُ لَا يُحِبُّ الظَّالِمِينَ﴾
[ آل عمران: 57]
और जिन लोगों ने ईमान क़ुबूल किया और अच्छे (अच्छे) काम किए तो ख़ुदा उनको उनका पूरा अज्र व सवाब देगा और ख़ुदा ज़ालिमों को दोस्त नहीं रखता
Surah Al Imran Hindi
Surah Al Imran Verse 57 translate in arabic
وأما الذين آمنوا وعملوا الصالحات فيوفيهم أجورهم والله لا يحب الظالمين
سورة: آل عمران - آية: ( 57 ) - جزء: ( 3 ) - صفحة: ( 57 )Surah Al Imran Ayat 57 meaning in Hindi
रहे वे लोग जो ईमान लाए और उन्होंने अच्छे कर्म किए उन्हें वह उनका पूरा-पूरा बदला देगा। अल्लाह अत्याचारियों से प्रेम नहीं करता
Quran Urdu translation
اور جو ایمان لائے اور نیک عمل کرتے رہے ان کو خدا پورا پورا صلہ دے گا اور خدا ظالموں کو دوست نہیں رکھتا
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(3:57) But those who believe and do righteous deeds, He will reward them in full. Allah does not love the unjust.'
But as for those who believed and did righteous deeds, He will meaning
phonetic Transliteration
Waamma allatheena amanoo waAAamiloo alssalihati fayuwaffeehim ojoorahum waAllahu la yuhibbu alththalimeena
English - Sahih International
But as for those who believed and did righteous deeds, He will give them in full their rewards, and Allah does not like the wrongdoers.
Quran Bangla tarjuma
পক্ষান্তরে যারা ঈমান এনেছে এবং সৎকাজ করেছে। তাদের প্রাপ্য পরিপুর্ণভাবে দেয়া হবে। আর আল্লাহ অত্যাচারীদেরকে ভালবাসেন না।
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