Surah An Nur Ayat 7 Tafseer in Hindi
﴿وَالْخَامِسَةُ أَنَّ لَعْنَتَ اللَّهِ عَلَيْهِ إِن كَانَ مِنَ الْكَاذِبِينَ﴾
[ النور: 7]
और पाँचवी (मरतबा) यूँ (कहेगा) अगर वह झूट बोलता हो तो उस पर ख़ुदा की लानत
Surah An-Nur Hindi
Surah An Nur Verse 7 translate in arabic
والخامسة أن لعنة الله عليه إن كان من الكاذبين
سورة: النور - آية: ( 7 ) - جزء: ( 18 ) - صفحة: ( 350 )Surah An Nur Ayat 7 meaning in Hindi
और पाँचवी बार यह गवाही दे कि यदि वह झूठा हो तो उसपर अल्लाह की फिटकार हो
Quran Urdu translation
اور پانچویں بار یہ (کہے) کہ اگر وہ جھوٹا ہو تو اس پر خدا کی لعنت
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(24:7) Then the fifth time he shall declare that Allah's curse be upon him if he be false (in his charge).
And the fifth [oath will be] that the curse of Allah be meaning
phonetic Transliteration
Waalkhamisatu anna laAAnata Allahi AAalayhi in kana mina alkathibeena
English - Sahih International
And the fifth [oath will be] that the curse of Allah be upon him if he should be among the liars.
Quran Bangla tarjuma
এবং পঞ্চমবার বলবে যে, যদি সে মিথ্যাবাদী হয় তবে তার উপর আল্লাহর লানত।
English | Türkçe | Indonesia |
Русский | Français | فارسی |
تفسير | Bengali | Urdu |
Ayats from Quran in Hindi
- या ये लोग कुछ दाँव चलाना चाहते हैं तो जो लोग काफ़िर हैं वह ख़ुद
- (मुसलमानों) तुम्हारे मालों और जानों का तुमसे ज़रूर इम्तेहान लिया जाएगा और जिन लोगो को
- और (क़ौम) आद और फिरऔन और लूत की क़ौम
- लोगों को अज़ाबे ख़ुदा से डराओ
- बल्कि ये तो हक़ बात लेकर आया है और (अगले) पैग़म्बरों की तसदीक़ करता है
- और जो लोग दर्दनाक अज़ाब से डरते हैं उनके लिए वहाँ (इबरत की) निशानी छोड़
- और वही तो है जो लोगों के नाउम्मीद हो जाने के बाद मेंह बरसाता है
- तब फ़रिश्तों ने (आजिज़ी से) अर्ज़ की तू (हर ऐब से) पाक व पाकीज़ा है
- मैने खुद मलका को देखा और उसकी क़ौम को देखा कि वह लोग ख़ुदा को
- चूँकि माल बहुत से बेटे रखता है
Quran surahs in Hindi :
Download surah An Nur with the voice of the most famous Quran reciters :
surah An Nur mp3 : choose the reciter to listen and download the chapter An Nur Complete with high quality
Ahmed Al Ajmy
Bandar Balila
Khalid Al Jalil
Saad Al Ghamdi
Saud Al Shuraim
Abdul Basit
Abdul Rashid Sufi
Abdullah Basfar
Abdullah Al Juhani
Fares Abbad
Maher Al Muaiqly
Al Minshawi
Al Hosary
Mishari Al-afasi
Yasser Al Dosari
Please remember us in your sincere prayers