Surah Maidah Ayat 113 Tafseer in Hindi
﴿قَالُوا نُرِيدُ أَن نَّأْكُلَ مِنْهَا وَتَطْمَئِنَّ قُلُوبُنَا وَنَعْلَمَ أَن قَدْ صَدَقْتَنَا وَنَكُونَ عَلَيْهَا مِنَ الشَّاهِدِينَ﴾
[ المائدة: 113]
वह अर्ज़ करने लगे हम तो फक़त ये चाहते है कि इसमें से (बरतकन) कुछ खाएँ और हमारे दिल को (आपकी रिसालत का पूरा पूरा) इत्मेनान हो जाए और यक़ीन कर लें कि आपने हमसे (जो कुछ कहा था) सच फरमाया था और हम लोग इस पर गवाह रहें
Surah Al-Maidah Hindi
Surah Maidah Verse 113 translate in arabic
قالوا نريد أن نأكل منها وتطمئن قلوبنا ونعلم أن قد صدقتنا ونكون عليها من الشاهدين
سورة: المائدة - آية: ( 113 ) - جزء: ( 7 ) - صفحة: ( 126 )Surah Maidah Ayat 113 meaning in Hindi
वे बोले, "हम चाहते हैं कि उनमें से खाएँ और हमारे हृदय सन्तुष्ट हो और हमें मालूम हो जाए कि तूने हमने सच कहा और हम उसपर गवाह रहें।"
Quran Urdu translation
وہ بولے کہ ہماری یہ خواہش ہے کہ ہم اس میں سے کھائیں اور ہمارے دل تسلی پائیں اور ہم جان لیں کہ تم نے ہم سے سچ کہا ہے اور ہم اس (خوان کے نزول) پر گواہ رہیں
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(5:113) They said: 'We desire to partake of it that our hearts be satisfied and we know that you did speak the truth to us, and that we are its witnesses.'
They said, "We wish to eat from it and let our hearts meaning
phonetic Transliteration
Qaloo nureedu an nakula minha watatmainna quloobuna wanaAAlama an qad sadaqtana wanakoona AAalayha mina alshshahideena
English - Sahih International
They said, "We wish to eat from it and let our hearts be reassured and know that you have been truthful to us and be among its witnesses."
Quran Bangla tarjuma
তারা বললঃ আমরা তা থেকে খেতে চাই; আমাদের অন্তর পরিতৃপ্ত হবে; আমরা জেনে নেব যে, আপনি সত্য বলেছেন এবং আমরা সাক্ষ্যদাতা হয়ে যাব।
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