Surah Ahzab Ayat 14 Tafseer in Hindi
﴿وَلَوْ دُخِلَتْ عَلَيْهِم مِّنْ أَقْطَارِهَا ثُمَّ سُئِلُوا الْفِتْنَةَ لَآتَوْهَا وَمَا تَلَبَّثُوا بِهَا إِلَّا يَسِيرًا﴾
[ الأحزاب: 14]
और अगर ऐसा ही लश्कर उन लोगों पर मदीने के एतराफ से आ पड़े और उन से फसाद (ख़ाना जंगी) करने की दरख्वास्त की जाए तो ये लोग उसके लिए (फौरन) आ मौजूद हों
Surah Al-Ahzab Hindi11. अर्थात इस्लाम से फिर जाने तथा शिर्क करने का।
Surah Ahzab Verse 14 translate in arabic
ولو دخلت عليهم من أقطارها ثم سئلوا الفتنة لآتوها وما تلبثوا بها إلا يسيرا
سورة: الأحزاب - آية: ( 14 ) - جزء: ( 21 ) - صفحة: ( 419 )Surah Ahzab Ayat 14 meaning in Hindi
और यदि उसके चतुर्दिक से उनपर हमला हो जाता, फिर उस समय उनसे उपद्रव के लिए कहा जाता, तो वे ऐसा कर डालते और इसमें विलम्ब थोड़े ही करते!
Quran Urdu translation
اور اگر (فوجیں) اطراف مدینہ سے ان پر آ داخل ہوں پھر اُن سے خانہ جنگی کے لئے کہا جائے تو (فوراً) کرنے لگیں اور اس کے لئے بہت ہی کم توقف کریں
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(33:14) If the enemy were to enter the town from various directions, and they were summoned to act treacherously, *26 they would have succumbed to it and would have shown little reluctance in doing so.
And if they had been entered upon from all its [surrounding] regions meaning
*26) "Urged to treachery": Urged by the disbelievers to join them to vanquish the Muslims after entering the city as conquerors.
phonetic Transliteration
Walaw dukhilat AAalayhim min aqtariha thumma suiloo alfitnata laatawha wama talabbathoo biha illa yaseeran
English - Sahih International
And if they had been entered upon from all its [surrounding] regions and fitnah had been demanded of them, they would have done it and not hesitated over it except briefly.
Quran Bangla tarjuma
যদি শত্রুপক্ষ চতুর্দিক থেকে নগরে প্রবেশ করে তাদের সাথে মিলিত হত, অতঃপর বিদ্রোহ করতে প্ররোচিত করত, তবে তারা অবশ্যই বিদ্রোহ করত এবং তারা মোটেই বিলম্ব করত না।
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