Surah Muminun Ayat 23 Tafseer in Hindi
﴿وَلَقَدْ أَرْسَلْنَا نُوحًا إِلَىٰ قَوْمِهِ فَقَالَ يَا قَوْمِ اعْبُدُوا اللَّهَ مَا لَكُم مِّنْ إِلَٰهٍ غَيْرُهُ ۖ أَفَلَا تَتَّقُونَ﴾
[ المؤمنون: 23]
और हमने नूह को उनकी काैम के पास पैग़म्बर बनाकर भेजा तो नूह ने (उनसे) कहा ऐ मेरी क़ौम खुदा ही की इबादत करो उसके सिवा कोई तुम्हारा माबूद नहीं तो क्या तुम (उससे) डरते नहीं हो
Surah Al-Muminun Hindi6. यहाँ यह बताया जा रहा है कि अल्लाह ने जिस प्रकार तुम्हारे आर्थिक जीवन के साधन बनाए, उसी प्रकार तुम्हारे आत्मिक मार्गदर्शन की व्यवस्था की और रसूलों को भेजा जिनमें नूह़ अलैहिस्सलाम प्रथम रसूल थे।
Surah Muminun Verse 23 translate in arabic
ولقد أرسلنا نوحا إلى قومه فقال ياقوم اعبدوا الله ما لكم من إله غيره أفلا تتقون
سورة: المؤمنون - آية: ( 23 ) - جزء: ( 18 ) - صفحة: ( 343 )Surah Muminun Ayat 23 meaning in Hindi
हमने नूह को उसकी क़ौम की ओर भेजा तो उसने कहा, "ऐ मेरी क़ौम के लोगो! अल्लाह की बन्दगी करो। उसके सिवा तुम्हारा और कोई इष्ट-पूज्य नहीं है तो क्या तुम डर नहीं रखते?"
Quran Urdu translation
اور ہم نے نوح کو ان کی قوم کی طرف بھیجا تو انہوں نے ان سے کہا کہ اے قوم! خدا ہی کی عبادت کرو اس کے سوا تمہارا کوئی معبود نہیں، کیا تم ڈرتے نہیں
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(23:23) We sent Noah to his people: *24 he said, "O my people, worship Allah alone; you have no other deity than Him.
And We had certainly sent Noah to his people, and he said, meaning
*24) See also Al-A`araf (VII): 59-64, Yunus (X): 71-73, Hud (X1): 25-48, Bani Isra'il (XVII): 3 and AI-Anbiya' (XXI): 76-77.
phonetic Transliteration
Walaqad arsalna noohan ila qawmihi faqala ya qawmi oAAbudoo Allaha ma lakum min ilahin ghayruhu afala tattaqoona
English - Sahih International
And We had certainly sent Noah to his people, and he said, "O my people, worship Allah; you have no deity other than Him; then will you not fear Him?"
Quran Bangla tarjuma
আমি নূহকে তার সম্প্রদায়ের কাছে প্রেরণ করেছিলাম। সে বলেছিলঃ হে আমার সম্প্রদায়, তোমরা আল্লাহর বন্দেগী কর। তিনি ব্যতীত তোমাদের কোন মাবুদ নেই। তোমরা কি ভয় কর না।
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Ayats from Quran in Hindi
- या उनके इस ग़ैब (की ख़बर) है कि ये लोग लिख लिया करते हैं
- ऐ मेरी क़ौम मै उस (समझाने पर तुमसे कुछ मज़दूरी नहीं मॉगता मेरी मज़दूरी तो
- और ज़ुफ्त व ताक़ की
- और चाँद की जब उसके पीछे निकले
- और वह लोग जो दुआ करते हैं कि परवरदिगारा हम से जहन्नुम का अज़ाब फेरे
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