Surah Hud Ayat 36 Tafseer in Hindi
﴿وَأُوحِيَ إِلَىٰ نُوحٍ أَنَّهُ لَن يُؤْمِنَ مِن قَوْمِكَ إِلَّا مَن قَدْ آمَنَ فَلَا تَبْتَئِسْ بِمَا كَانُوا يَفْعَلُونَ﴾
[ هود: 36]
और नूह के पास ये 'वही' भेज दी गई कि जो ईमान ला चुका उनके सिवा अब कोई शख़्श तुम्हारी क़ौम से हरगिज़ ईमान न लाएगा तो तुम ख्वाहमा ख्वाह उनकी कारस्तानियों का (कुछ) ग़म न खाओ
Surah Hud Hindi
Surah Hud Verse 36 translate in arabic
وأوحي إلى نوح أنه لن يؤمن من قومك إلا من قد آمن فلا تبتئس بما كانوا يفعلون
سورة: هود - آية: ( 36 ) - جزء: ( 12 ) - صفحة: ( 225 )Surah Hud Ayat 36 meaning in Hindi
नूह की ओर प्रकाशना की गई कि "जो लोग ईमान ला चुके है, उनके सिवा अब तुम्हारी क़ौम में कोई ईमान लानेवाला नहीं। अतः जो कुछ वे कर रहे है उसपर तुम दुखी न हो
Quran Urdu translation
اور نوح کی طرف وحی کی گئی کہ تمہاری قوم میں جو لوگ ایمان (لاچکے)، ان کے سوا کوئی اور ایمان نہیں لائے گا تو جو کام یہ کر رہے ہیں ان کی وجہ سے غم نہ کھاؤ
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(11:36) It was revealed to Noah that no more of your people, other than those who already believe, will ever come to believe. So do not grieve over their deeds,
And it was revealed to Noah that, "No one will believe from meaning
phonetic Transliteration
Waoohiya ila noohin annahu lan yumina min qawmika illa man qad amana fala tabtais bima kanoo yafAAaloona
English - Sahih International
And it was revealed to Noah that, "No one will believe from your people except those who have already believed, so do not be distressed by what they have been doing.
Quran Bangla tarjuma
আর নূহ (আঃ) এর প্রতি ওহী প্রেরণ করা হলো যে, যারা ইতিমধ্যেই ঈমান এনেছে তাদের ছাড়া আপনার জাতির অন্য কেউ ঈমান আনবেনা এতএব তাদের কার্যকলাপে বিমর্ষ হবেন না।
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Ayats from Quran in Hindi
- उसकी शान तो ये है कि जब किसी चीज़ को (पैदा करना) चाहता है तो
- और मेरी क़ौम अगर मै इन (बेचारे ग़रीब) (ईमानदारों) को निकाल दूँ तो ख़ुदा (के
- तो तुम लोगों को उसी से (अपना) पेट भरना होगा
- तो तुम अपने परवरदिगार के हुक्म के इन्तेज़ार में सब्र करो और मछली (का निवाला
- और उन लोगों ने फ़रिश्तों को कि वह भी ख़ुदा के बन्दे हैं (ख़ुदा की)
- फिर दोनों अपने सरपरस्त की किस किस नेअमतों को झुठलाओगे
- तब शुएब उन लोगों के सर से टल गए और (उनसे मुख़ातिब हो के) कहा
- और (उस दिन से डरो) जिस दिन हम पहाड़ों को चलाएँगें और तुम ज़मीन को
- और वह जो कुछ नेकी करेंगे उसकी हरगिज़ नाक़द्री न की जाएगी और ख़ुदा परहेज़गारों
- और ये लोग तो खुदा की बड़ी-बड़ी सख्त क़समें खा (कर कहते) थे कि बेशक
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