Surah Maryam Ayat 14 Tafseer in Hindi
﴿وَبَرًّا بِوَالِدَيْهِ وَلَمْ يَكُن جَبَّارًا عَصِيًّا﴾
[ مريم: 14]
और वह (ख़ुद भी) परहेज़गार और अपने माँ बाप के हक़ में सआदतमन्द थे और सरकश नाफरमान न थे
Surah Maryam Hindi
Surah Maryam Verse 14 translate in arabic
Surah Maryam Ayat 14 meaning in Hindi
और अपने माँ-बाप का हक़ पहचानेवाला था। और वह सरकश अवज्ञाकारी न था
Quran Urdu translation
اور ماں باپ کے ساتھ نیکی کرنے والے تھے اور سرکش اور نافرمان نہیں تھے
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(19:14) and dutiful to his parents, and he was neither arrogant nor disobedient.
And dutiful to his parents, and he was not a disobedient tyrant. meaning
phonetic Transliteration
Wabarran biwalidayhi walam yakun jabbaran AAasiyyan
English - Sahih International
And dutiful to his parents, and he was not a disobedient tyrant.
Quran Bangla tarjuma
পিতা-মাতার অনুগত এবং সে উদ্ধত, নাফরমান ছিল না।
English | Türkçe | Indonesia |
Русский | Français | فارسی |
تفسير | Bengali | Urdu |
Ayats from Quran in Hindi
- नौजवान लड़के जो (बेहिश्त में) हमेशा (लड़के ही बने) रहेंगे
- इल्ज़ाम तो बस उन्हीं लोगों पर होगा जो लोगों पर ज़ुल्म करते हैं और रूए
- लड़का क्यों कर होगा फ़रिश्ते बोले तुम्हारे परवरदिगार ने यूँ ही फरमाया है वह बेशक
- तो अगले लोगों में से होंगे
- और अगर तुम ने अपनी बीवियों को हाथ तक न लगाया हो और न महर
- बेशक जो लोग ईमान लाए और अच्छे काम करते रहे यही लोग बेहतरीन ख़लाएक़ हैं
- (इन बातों को समझें ख़ाक नहीं) बल्कि जो अगले लोग कहते आए वैसी ही बात
- और जो लोग महज़ लोगों को दिखाने के वास्ते अपने माल ख़र्च करते हैं और
- जब आसमान फट जाएगा
- कुछ शक नहीं कि (बेहिश्त में) तुम्हें ये आराम है कि न तो तुम यहाँ
Quran surahs in Hindi :
Download surah Maryam with the voice of the most famous Quran reciters :
surah Maryam mp3 : choose the reciter to listen and download the chapter Maryam Complete with high quality
Ahmed Al Ajmy
Bandar Balila
Khalid Al Jalil
Saad Al Ghamdi
Saud Al Shuraim
Abdul Basit
Abdul Rashid Sufi
Abdullah Basfar
Abdullah Al Juhani
Fares Abbad
Maher Al Muaiqly
Al Minshawi
Al Hosary
Mishari Al-afasi
Yasser Al Dosari
Please remember us in your sincere prayers