Surah Jathiyah Ayat 4 Tafseer in Hindi
﴿وَفِي خَلْقِكُمْ وَمَا يَبُثُّ مِن دَابَّةٍ آيَاتٌ لِّقَوْمٍ يُوقِنُونَ﴾
[ الجاثية: 4]
और तुम्हारी पैदाइश में (भी) और जिन जानवरों को वह (ज़मीन पर) फैलाता रहता है (उनमें भी) यक़ीन करने वालों के वास्ते बहुत सी निशानियाँ हैं
Surah Al-Jaathiyah Hindi2. तौह़ीद (एकेश्वरवाद) के प्रकरण में क़ुरआन ने प्रत्येक स्थान पर आकाश तथा धरती में अल्लाह के सामर्थ्य की फैली हुई निशानियों को प्रस्तुत किया है। और यह बताया है कि जैसे उसने वर्षा द्वारा मनुष्य के आर्थिक जीवन की व्यवस्था कर दी है, वैसे ही रसूलों तथा पुस्तकों द्वारा उसके आत्मिक जीवन की व्यवस्था कर दी है जिसपर आश्चर्य नहीं होना चाहिए। यह विश्व की व्यवस्था स्वयं ऐसी खुली पुस्तक है जिसके पश्चात् ईमान लाने के लिए किसी और प्रमाण की आवश्यकता नहीं है।
Surah Jathiyah Verse 4 translate in arabic
Surah Jathiyah Ayat 4 meaning in Hindi
और तुम्हारी संरचना में, और उनकी भी जो जानवर वह फैलाता रहता है, निशानियाँ है उन लोगों के लिए जो विश्वास करें
Quran Urdu translation
اور تمہاری پیدائش میں بھی۔ اور جانوروں میں بھی جن کو وہ پھیلاتا ہے یقین کرنے والوں کے لئے نشانیاں ہیں
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(45:4) and in your own creation; and in the animals which He spreads out over the earth too there are Signs for those endowed with sure faith; *3
And in the creation of yourselves and what He disperses of moving meaning
*3) That is, "The case of those who have made up their minds not to believe, or of those who have chosen for themselves to remain lost in the blind alleys of doubt, is different, but when those who have not locked up their hearts against belief and conviction, will consider seriously their own creation, the structure of their own body, and the variety of animals found on the earth, they will see countless such signs as will leave no doubt in their minds that all this did not come into being without a God, or that it stood in need of more than one Cod for its creation. (For explanation, see A1 An`am: 37-38, An-Nahl: 5.8, AI-Hajj: 57, AI-Mu'minun: 12-14, AI-Furqan: 54, Ash-Shu'ara': 78-81, An-Naml: 64, Ar-Rum: 20-21, 54, E.N.'s 14 to 18 of As-Sajdah, Ya Sin: 71-73, Az-Zumar: 6, and E.N.'s 97, 98,110 of Al-Mu'min).
phonetic Transliteration
Wafee khalqikum wama yabuththu min dabbatin ayatun liqawmin yooqinoona
English - Sahih International
And in the creation of yourselves and what He disperses of moving creatures are signs for people who are certain [in faith].
Quran Bangla tarjuma
আর তোমাদের সৃষ্টিতে এবং চারদিকে ছড়িয়ে রাখা জীব জন্তুর সৃজনের মধ্যেও নিদর্শনাবলী রয়েছে বিশ্বাসীদের জন্য।
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