Surah Buruj Ayat 4 Tafseer in Hindi
﴿قُتِلَ أَصْحَابُ الْأُخْدُودِ﴾
[ البروج: 4]
उसकी (कि कुफ्फ़ार मक्का हलाक हुए) जिस तरह ख़न्दक़ वाले हलाक कर दिए गए
Surah Al-Burooj Hindi1. (1-4) इनमें तीन चीज़ों की शपथ ली गई है। (1) बुर्जों वाले आकाश की। (2) प्रलय की, जिसका वचन दिया गया है। (3) प्रलय के भयावह दृश्य की और उस पूरी सृष्टि की जो उसे देखेगी। प्रथम शपथ इस बात की गवाही दे रही है कि जो शक्ति इस आकाश के ग्रहों पर राज कर रही है उसकी पकड़ से यह तुच्छ इनसान बच कर कहाँ जा सकता है? दूसरी शपथ इस बात पर है कि संसार में इनसान जो अत्याचार करना चाहे कर ले, परंतु वह दिन अवश्य आना है जिससे उसे सावधान किया जा रहा है, जिसमें सबके साथ न्याय किया जाएगा, और अत्याचारियों की पकड़ की जाएगी। तीसरी शपथ इस पर है कि जैसे इन अत्याचारियों ने विवश आस्तिकों के जलने का दृश्य देखा, इसी प्रकार प्रलय के दिन पूरी मानवजाति देखेगी कि उनकी क्या दुर्गत है।
Surah Buruj Verse 4 translate in arabic
Surah Buruj Ayat 4 meaning in Hindi
विनष्ट हों खाईवाले,
Quran Urdu translation
کہ خندقوں (کے کھودنے) والے ہلاک کر دیئے گئے
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(85:4) the people of the pit were destroyed
Cursed were the companions of the trench meaning
Ayats from Quran in Hindi
- (ऐ रसूल) तुम कह दो कि ऐ मेरे ईमानदार बन्दों अपने परवरदिगार (ही) से डरते
- अगर वह कुछ समझें जो कुछ वह किया करते थे उसके बदले उन्हें चाहिए कि
- और अपने कपड़े पाक रखो
- और इसमें तो शक ही न था कि तुम्हारा परवरदिगार यक़ीनन (सब पर) ग़ालिब और
- और हिदायत याफ़ता लोगों से भी खूब वाक़िफ है और अगर (मुख़ालिफीन के साथ) सख्ती
- और कोई बस्ती नहीं है मगर रोज़ क़यामत से पहले हम उसे तबाह व बरबाद
- क्या तुमने ग़ौर नहीं किया कि ख़ुदा ने सात आसमान ऊपर तलें क्यों कर बनाए
- मगर जब उसको (इस तरह) आज़माता है कि उस पर रोज़ी को तंग कर देता
- तो फिर समझ लो कि ख़ुदा के सिवा कोई माबूद नहीं और (हम से) अपने
- और नफीस मकानात और आराम की चीज़ें
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