Surah Maryam Ayat 71 Tafseer in Hindi
﴿وَإِن مِّنكُمْ إِلَّا وَارِدُهَا ۚ كَانَ عَلَىٰ رَبِّكَ حَتْمًا مَّقْضِيًّا﴾
[ مريم: 71]
और तुममे से कोई ऐसा नहीं जो जहन्नुम पर से होकर न गुज़रे (क्योंकि पुल सिरात उसी पर है) ये तुम्हारे परवरदिगार पर हेतेमी और लाज़मी (वायदा) है
Surah Maryam Hindi17. अर्थात नरक से जिस पर एक पुल बनाया जाएगा। उस पर से सभी ईमान वालों और काफ़िरों को अवश्य गुज़रना होगा। यह और बात है कि ईमान वालों को इससे कोई हानि न पहुँचे। इसकी व्याख्या सह़ीह़ ह़दीसों में वर्णित है।
Surah Maryam Verse 71 translate in arabic
Surah Maryam Ayat 71 meaning in Hindi
तुममें से प्रत्येक को उसपर पहुँचना ही है। यह एक निश्चय पाई हुई बात है, जिसे पूरा करना तेरे रब के ज़िम्मे है।
Quran Urdu translation
اور تم میں کوئی (شخص) نہیں مگر اسے اس پر گزرنا ہوگا۔ یہ تمہارے پروردگار پر لازم اور مقرر ہے
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(19:71) And there is none of you who will not be presented before the confines of Hell *44 , for this is a settled ,decree, which your Lord will bring in force;
And there is none of you except he will come to it. meaning
*44) According to some traditions, "to be presented before the confines of Hell" means `to enter Hell', but none of these traditions is authentic. Then this interpretation goes against the Qur'an and a great many authentic Traditions, which clearly state that the true Believers will never be cast into Hell. Lexically also, vurud (being presented unto) is not synonymous with dukhul (causing to enter). Therefore, the correct meaning would be that every human being will be presented before Hell, but then, as the next verse clarifies, the pious people will be rescued and the transgressors left therein on their knees.
phonetic Transliteration
Wain minkum illa wariduha kana AAala rabbika hatman maqdiyyan
English - Sahih International
And there is none of you except he will come to it. This is upon your Lord an inevitability decreed.
Quran Bangla tarjuma
তোমাদের মধ্যে এমন কেউ নেই যে তথায় পৌছবে না। এটা আপনার পালনকর্তার অনিবার্য ফায়সালা।
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