Surah Jumuah Ayat 8 Tafseer in Hindi
﴿قُلْ إِنَّ الْمَوْتَ الَّذِي تَفِرُّونَ مِنْهُ فَإِنَّهُ مُلَاقِيكُمْ ۖ ثُمَّ تُرَدُّونَ إِلَىٰ عَالِمِ الْغَيْبِ وَالشَّهَادَةِ فَيُنَبِّئُكُم بِمَا كُنتُمْ تَعْمَلُونَ﴾
[ الجمعة: 8]
(ऐ रसूल) तुम कह दो कि मौत जिससे तुम लोग भागते हो वह तो ज़रूर तुम्हारे सामने आएगी फिर तुम पोशीदा और ज़ाहिर के जानने वाले (ख़ुदा) की तरफ लौटा दिए जाओगे फिर जो कुछ भी तुम करते थे वह तुम्हें बता देगा
Surah Al-Jumuah Hindi7. अर्थात तुम्हारे दुष्कर्मों के परिणाम से।
Surah Jumuah Verse 8 translate in arabic
قل إن الموت الذي تفرون منه فإنه ملاقيكم ثم تردون إلى عالم الغيب والشهادة فينبئكم بما كنتم تعملون
سورة: الجمعة - آية: ( 8 ) - جزء: ( 28 ) - صفحة: ( 553 )Surah Jumuah Ayat 8 meaning in Hindi
कह दो, "मृत्यु जिससे तुम भागते हो, वह तो तुम्हें मिलकर रहेगी, फिर तुम उसकी ओर लौटाए जाओगे जो छिपे और खुले का जाननेवाला है। और वह तुम्हें उससे अवगत करा देगा जो कुछ तुम करते रहे होगे।" -
Quran Urdu translation
کہہ دو کہ موت جس سے تم گریز کرتے ہو وہ تو تمہارے سامنے آ کر رہے گی۔ پھر تم پوشیدہ اور ظاہر کے جاننے والے (خدا) کی طرف لوٹائے جاؤ گے پھر جو کچھ تم کرتے رہے ہو وہ سب تمہیں بتائے گا
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(62:8) Tell them: 'The death from which you flee will certainly overtake you. Then you will be returned to Him Who fully knows what is hidden and what is manifest. Thereupon He will let you know all that you used to do.'
Say, "Indeed, the death from which you flee - indeed, it will meaning
phonetic Transliteration
Qul inna almawta allathee tafirroona minhu fainnahu mulaqeekum thumma turaddoona ila AAalimi alghaybi waalshshahadati fayunabbiokum bima kuntum taAAmaloona
English - Sahih International
Say, "Indeed, the death from which you flee - indeed, it will meet you. Then you will be returned to the Knower of the unseen and the witnessed, and He will inform you about what you used to do."
Quran Bangla tarjuma
বলুন, তোমরা যে মৃত্যু থেকে পলায়নপর, সেই মৃত্যু অবশ্যই তোমাদের মুখামুখি হবে, অতঃপর তোমরা অদৃশ্য, দৃশ্যের জ্ঞানী আল্লাহর কাছে উপস্থিত হবে। তিনি তোমাদেরকে জানিয়ে দিবেন সেসব কর্ম, যা তোমরা করতে।
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Ayats from Quran in Hindi
- लूत ने कहा काश मुझमें तुम्हारे मुक़ाबले की कूवत होती या मै किसी मज़बूत क़िले
- (ऐ रसूल) तुम कह दो कि हम पर हरगिज़ कोई मुसीबत पड़ नही सकती मगर
- जो (ख़ुदा के नाम से) पीछे हट जाता है जो लोगों के दिलों में वसवसे
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- ये तो बहुत बेइन्साफ़ी की तक़सीम है
- और जिन लोगों ने बुरे काम किए हैं तो गुनाह की सज़ा उसके बराबर है
- और (दरिया को तुम्हारे ताबेए) इसलिए (कर दिया) कि तुम लोग उसके फज़ल (नफा तिजारत)
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