Surah Al Imran Ayat 102 Tafseer in Hindi
﴿يَا أَيُّهَا الَّذِينَ آمَنُوا اتَّقُوا اللَّهَ حَقَّ تُقَاتِهِ وَلَا تَمُوتُنَّ إِلَّا وَأَنتُم مُّسْلِمُونَ﴾
[ آل عمران: 102]
ऐ ईमान वालों ख़ुदा से डरो जितना उससे डरने का हक़ है और तुम (दीन) इस्लाम के सिवा किसी और दीन पर हरगिज़ न मरना
Surah Al Imran Hindi
Surah Al Imran Verse 102 translate in arabic
ياأيها الذين آمنوا اتقوا الله حق تقاته ولا تموتن إلا وأنتم مسلمون
سورة: آل عمران - آية: ( 102 ) - جزء: ( 4 ) - صفحة: ( 63 )Surah Al Imran Ayat 102 meaning in Hindi
ऐ ईमान लानेवालो! अल्लाह का डर रखो, जैसाकि उसका डर रखने का हक़ है। और तुम्हारी मृत्यु बस इस दशा में आए कि तुम मुस्लिम (आज्ञाकारी) हो
Quran Urdu translation
مومنو! خدا سے ڈرو جیسا کہ اس سے ڈرنے کا حق ہے اور مرنا تو مسلمان ہی مرنا
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(3:102) Believers! Fear Allah as He should be feared, and see that you do not die save in the state of submission to Allah. *82
O you who have believed, fear Allah as He should be feared meaning
*82). They should remain steadfast in their obedience and loyalty to God.
phonetic Transliteration
Ya ayyuha allatheena amanoo ittaqoo Allaha haqqa tuqatihi wala tamootunna illa waantum muslimoona
English - Sahih International
O you who have believed, fear Allah as He should be feared and do not die except as Muslims [in submission to Him].
Quran Bangla tarjuma
হে ঈমানদারগণ! আল্লাহকে যেমন ভয় করা উচিৎ ঠিক তেমনিভাবে ভয় করতে থাক। এবং অবশ্যই মুসলমান না হয়ে মৃত্যুবরণ করো না।
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