Surah Al Imran Ayat 166 Tafseer in Hindi
﴿وَمَا أَصَابَكُمْ يَوْمَ الْتَقَى الْجَمْعَانِ فَبِإِذْنِ اللَّهِ وَلِيَعْلَمَ الْمُؤْمِنِينَ﴾
[ آل عمران: 166]
और जिस दिन दो जमाअतें आपस में गुंथ गयीं उस दिन तुम पर जो मुसीबत पड़ी वह तुम्हारी शरारत की वजह से (ख़ुदा के इजाजत की वजह से आयी) और ताकि ख़ुदा सच्चे ईमान वालों को देख ले
Surah Al Imran Hindi
Surah Al Imran Verse 166 translate in arabic
وما أصابكم يوم التقى الجمعان فبإذن الله وليعلم المؤمنين
سورة: آل عمران - آية: ( 166 ) - جزء: ( 4 ) - صفحة: ( 72 )Surah Al Imran Ayat 166 meaning in Hindi
और दोनों गिरोह की मुठभेड़ के दिन जो कुछ तुम्हारे सामने आया वह अल्लाह ही की अनुज्ञा से आया और इसलिए कि वह जान ले कि ईमानवाले कौन है
Quran Urdu translation
اور جو مصیبت تم پر دونوں جماعتوں کے مقابلے کے دن واقع ہوئی سو خدا کے حکم سے (واقع ہوئی) اور (اس سے) یہ مقصود تھا کہ خدا مومنوں کو اچھی طرح معلوم
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(3:166) What befell you on the day when the two hosts met was by the leave of Allah, and in order that He might mark out those who believe
And what struck you on the day the two armies met was meaning
phonetic Transliteration
Wama asabakum yawma iltaqa aljamAAani fabiithni Allahi waliyaAAlama almumineena
English - Sahih International
And what struck you on the day the two armies met was by permission of Allah that He might make evident the [true] believers.
Quran Bangla tarjuma
আর যেদিন দু’দল সৈন্যের মোকাবিলা হয়েছে; সেদিন তোমাদের উপর যা আপতিত হয়েছে তা আল্লাহর হুকুমেই হয়েছে এবং তা এজন্য যে, তাতে ঈমানদারদিগকে জানা যায়।
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Ayats from Quran in Hindi
- यही वह लोग हैं जिन्होंने अपने परवरदिगार की आयातों से और (क़यामत के दिन) उसके
- उनके दिलों में मर्ज़ था ही अब खुदा ने उनके मर्ज़ को और बढ़ा दिया
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