Surah Araf Ayat 166 Tafseer in Hindi
﴿فَلَمَّا عَتَوْا عَن مَّا نُهُوا عَنْهُ قُلْنَا لَهُمْ كُونُوا قِرَدَةً خَاسِئِينَ﴾
[ الأعراف: 166]
फिर जिस बात की उन्हें मुमानिअत (रोक) की गई थी जब उन लोगों ने उसमें सरकशी की तो हमने हुक्म दिया कि तुम ज़लील और ख़्वार (धुत्कारे) हुए बन्दर बन जाओ (और वह बन गए)
Surah Al-Araf Hindi
Surah Araf Verse 166 translate in arabic
فلما عتوا عن ما نهوا عنه قلنا لهم كونوا قردة خاسئين
سورة: الأعراف - آية: ( 166 ) - جزء: ( 9 ) - صفحة: ( 172 )Surah Araf Ayat 166 meaning in Hindi
फिर जब वे सरकशी के साथ वही कुछ करते रहे, जिससे उन्हें रोका गया था तो हमने उनसे कहा, "बन्दर हो जाओ, अपमानित और तिरस्कृत!"
Quran Urdu translation
غرض جن اعمال (بد) سے ان کو منع کیا گیا تھا جب وہ ان (پراصرار اور ہمارے حکم سے) گردن کشی کرنے لگے تو ہم نے ان کو حکم دیا کہ ذلیل بندر ہوجاؤ
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(7:166) And when they persisted in pursuing that which had been forbidden We said: 'Become despised apes.' *126
So when they were insolent about that which they had been forbidden, meaning
*126). For details see Towards Understanding the Q ur'an, vol. 1, alBaqarah 2: n. 83, pp. 81-2,
phonetic Transliteration
Falamma AAataw AAan ma nuhoo AAanhu qulna lahum koonoo qiradatan khasieena
English - Sahih International
So when they were insolent about that which they had been forbidden, We said to them, "Be apes, despised."
Quran Bangla tarjuma
তারপর যখন তারা এগিয়ে যেতে লাগল সে কর্মে যা থেকে তাদের বারণ করা হয়েছিল, তখন আমি নির্দেশ দিলাম যে, তোমরা লাঞ্ছিত বানর হয়ে যাও।
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Ayats from Quran in Hindi
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