Surah Hijr Ayat 2 Tafseer in Hindi
﴿رُّبَمَا يَوَدُّ الَّذِينَ كَفَرُوا لَوْ كَانُوا مُسْلِمِينَ﴾
[ الحجر: 2]
(एक दिन वह भी आने वाला है कि) जो लोग काफ़िर हो बैठे हैं अक्सर दिल से चाहेंगें
Surah Al-Hijr Hindi1. ऐसा उस समय होगा जब फ़रिश्ते उनकी आत्मा निकालने आएँगे, और उनको उनका नरक का स्थान दिखा देंगे। और क़ियामत के दिन तो ऐसी दुर्दशा होगी कि धूल हो जाने की कामना करेंगे। (देखिए : सूरतुन-नबा, आयत : 40)
Surah Hijr Verse 2 translate in arabic
Surah Hijr Ayat 2 meaning in Hindi
ऐसे समय आएँगे जब इनकार करनेवाले कामना करेंगे कि क्या ही अच्छा होता कि हम मुस्लिम (आज्ञाकारी) होते!
Quran Urdu translation
کسی وقت کافر لوگ آرزو کریں گے کہ اے کاش وہ مسلمان ہوتے
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(15:2) The time is not far when the same people who have today refused to accept (the Message of Islam) will regret and say, "we wish we had surrendered to it!"
Perhaps those who disbelieve will wish that they had been Muslims. meaning
phonetic Transliteration
Rubama yawaddu allatheena kafaroo law kanoo muslimeena
English - Sahih International
Perhaps those who disbelieve will wish that they had been Muslims.
Quran Bangla tarjuma
কোন সময় কাফেররা আকাঙ্ক্ষা করবে যে, কি চমৎকার হত, যদি তারা মুসলমান হত।
English | Türkçe | Indonesia |
Русский | Français | فارسی |
تفسير | Bengali | Urdu |
Ayats from Quran in Hindi
- मोमिनीन मोमिनीन को छोड़ के काफ़िरों को अपना सरपरस्त न बनाऐं और जो ऐसा करेगा
- पूछता है कि क़यामत का दिन कब होगा
- (गुनाहगार कुफ्फ़ार) तो यक़ीकन जहन्नुम के अज़ाब में हमेशा रहेगें
- ऐ हमारे पालने वाले जिस दिन (आमाल का) हिसाब होने लगे मुझको और मेरे माँ
- ऐ मेरे क़ैद ख़ाने के दोनो रफीक़ो (अच्छा अब ताबीर सुनो तुममें से एक (जिसने
- और अगर तू पुकार कर बात करे (तो भी आहिस्ता करे तो भी) वह यक़ीनन
- किसी आदमी को ये ज़ेबा न था कि ख़ुदा तो उसे (अपनी) किताब और हिकमत
- (वही) ग़ैबवॉ है और अपनी ग़ैब की बाते किसी पर ज़ाहिर नहीं करता
- और उसकी बीवी और उसके भाई
- इबलीस बोल उठा कि मैं उससे बेहतर हूँ तूने मुझे आग से पैदा किया और
Quran surahs in Hindi :
Download surah Hijr with the voice of the most famous Quran reciters :
surah Hijr mp3 : choose the reciter to listen and download the chapter Hijr Complete with high quality
Ahmed Al Ajmy
Bandar Balila
Khalid Al Jalil
Saad Al Ghamdi
Saud Al Shuraim
Abdul Basit
Abdul Rashid Sufi
Abdullah Basfar
Abdullah Al Juhani
Fares Abbad
Maher Al Muaiqly
Al Minshawi
Al Hosary
Mishari Al-afasi
Yasser Al Dosari
Please remember us in your sincere prayers