Surah Al Qamar Ayat 25 Tafseer in Hindi
﴿أَأُلْقِيَ الذِّكْرُ عَلَيْهِ مِن بَيْنِنَا بَلْ هُوَ كَذَّابٌ أَشِرٌ﴾
[ القمر: 25]
क्या हम सबमें बस उसी पर वही नाज़िल हुई है (नहीं) बल्कि ये तो बड़ा झूठा तअल्ली करने वाला है
Surah Al-Qamar Hindi
Surah Al Qamar Verse 25 translate in arabic
Surah Al Qamar Ayat 25 meaning in Hindi
"क्या हमारे बीच उसी पर अनुस्मृति उतारी है? नहीं, बल्कि वह तो परले दरजे का झूठा, बड़ा आत्मश्लाघी है।"
Quran Urdu translation
کیا ہم سب میں سے اسی پر وحی نازل ہوئی ہے؟ (نہیں) بلکہ یہ جھوٹا خود پسند ہے
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(54:25) Was there none but he to whom the Reminder could be vouchsafed excluding all others? Nay; he is an insolent liar.' *18
Has the message been sent down upon him from among us? Rather, meaning
*18) The word ashir of the original means a conceited, insolent person given to bragging of his own superiority over others.
phonetic Transliteration
Aolqiya alththikru AAalayhi min baynina bal huwa kaththabun ashirun
English - Sahih International
Has the message been sent down upon him from among us? Rather, he is an insolent liar."
Quran Bangla tarjuma
আমাদের মধ্যে কি তারই প্রতি উপদেশ নাযিল করা হয়েছে? বরং সে একজন মিথ্যাবাদী, দাম্ভিক।
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