Surah Furqan Ayat 30 Tafseer in Hindi
﴿وَقَالَ الرَّسُولُ يَا رَبِّ إِنَّ قَوْمِي اتَّخَذُوا هَٰذَا الْقُرْآنَ مَهْجُورًا﴾
[ الفرقان: 30]
और (उस वक्त) रसूल (बारगाहे ख़ुदा वन्दी में) अर्ज़ करेगें कि ऐ मेरे परवरदिगार मेरी क़ौम ने तो इस क़ुरान को बेकार बना दिया
Surah Al-Furqan Hindi16. अर्थात मुह़म्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम। (इब्ने कसीर) 17. अर्थात इसे मिश्रणवादियों ने न ही सुना और न माना।
Surah Furqan Verse 30 translate in arabic
وقال الرسول يارب إن قومي اتخذوا هذا القرآن مهجورا
سورة: الفرقان - آية: ( 30 ) - جزء: ( 19 ) - صفحة: ( 362 )Surah Furqan Ayat 30 meaning in Hindi
रसूल कहेगा, "ऐ मेरे रब! निस्संदेह मेरी क़ौम के लोगों ने इस क़ुरआन को व्यर्थ बकवास की चीज़ ठहरा लिया था।"
Quran Urdu translation
اور پیغمبر کہیں گے کہ اے پروردگار میری قوم نے اس قرآن کو چھوڑ رکھا تھا
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(25:30) And the Messenger will say, "O my Lord, my people had made this Qur'an the object of their ridicule." *41
And the Messenger has said, "O my Lord, indeed my people have meaning
*41) The Arabic word mahjur is capable of several meanings. As such, the sentence may mean:" "these people did not regard the Qur'an as worthy of their consideration: they neither accepted it nor followed it"; or "They considered it to be a nonsense or the delirium of insanity: or "They made it the target of their ridicule and mockery."
phonetic Transliteration
Waqala alrrasoolu ya rabbi inna qawmee ittakhathoo hatha alqurana mahjooran
English - Sahih International
And the Messenger has said, "O my Lord, indeed my people have taken this Qur'an as [a thing] abandoned."
Quran Bangla tarjuma
রসূল বললেনঃ হে আমার পালনকর্তা, আমার সম্প্রদায় এই কোরআনকে প্রলাপ সাব্যস্ত করেছে।
English | Türkçe | Indonesia |
Русский | Français | فارسی |
تفسير | Bengali | Urdu |
Ayats from Quran in Hindi
- (ऐ रसूल) वही के जल्दी याद करने वास्ते अपनी ज़बान को हरकत न दो
- और अगर ये कुफ्फ़ार कोई मौजिज़ा देखते हैं, तो मुँह फेर लेते हैं, और कहते
- जिस दिन लोग (मैदाने हश्र में) टिड्डियों की तरह फैले होंगे
- भरोसा रखो कि जब तुम (नमाजे तहज्जुद में) खड़े होते हो
- और हमने क़ारुन और उसके घर बार को ज़मीन में धंसा दिया फिर ख़ुदा के
- (यानि बेहश्त के) बाग़ और अंगूर
- और उन लोगों ने उसके बन्दों में से उसके लिए औलाद क़रार दी है इसमें
- और उन सबको अपनी रहमत से कुछ इनायत फ़रमाया और हमने उनके लिए आला दर्जे
- (ये) तुम्हारे परवरदिगार का फज़ल है यही तो बड़ी कामयाबी है
- (बाज़ को माना बाज को नहीं) तो ऐ रसूल तुम्हारे ही परवरदिगार की (अपनी) क़सम
Quran surahs in Hindi :
Download surah Furqan with the voice of the most famous Quran reciters :
surah Furqan mp3 : choose the reciter to listen and download the chapter Furqan Complete with high quality
Ahmed Al Ajmy
Bandar Balila
Khalid Al Jalil
Saad Al Ghamdi
Saud Al Shuraim
Abdul Basit
Abdul Rashid Sufi
Abdullah Basfar
Abdullah Al Juhani
Fares Abbad
Maher Al Muaiqly
Al Minshawi
Al Hosary
Mishari Al-afasi
Yasser Al Dosari
Please remember us in your sincere prayers